नवयुग कन्या महाविद्यालय का 61 वां स्थापना दिवस मनाया गया

Education Lucknow

(www.arya-tv.com)नवयुग कन्या महाविद्यालय राजेंद्र नगर लखनऊ के 61वें स्थापना दिवस के अवसर पर भजन सरिता एवं पुरस्कार वितरण कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय के संस्थापक बाबू श्री दीनदयाल जी की 110वीं जन्म जयंती के उपलक्ष में आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में अंगद सिंह, विधान परिषद सदस्य, विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रांशु दत्त द्विवेदी, विधान परिषद सदस्य एवं आत्म प्रकाश मिश्र, कार्यक्रम प्रमुख, लखनऊ दूरदर्शन महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. मंजुला उपाध्याय एवं प्रबंधक विजय दयाल उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का आरंभ दीप प्रज्वलन और बाबू दीनदयाल के चित्र पर माल्यार्पण कु यश प्रिया एवं श्रेया श्रीवास्तव द्वारा सरस्वती गायन के बाद अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ, स्मृति चिन्ह और ललिता पांडे द्वारा हस्त निर्मित पेंटिंग्स से प्राचार्या प्रो. मंजुला उपाध्याय, डॉ. सृष्टि श्रीवास्तव, डॉ. गीताली रस्तोगी, और मेजर डॉ. मनमीत कौर सोढी, प्रो. ऋचा शुक्ला द्वारा किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. मंजुला उपाध्याय ने स्वागत उद्बोधन में सभी अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर महाविद्यालय की पत्रिका जागृति के वार्षिक अंक का विमोचन भी किया गया जिसका संपादन प्रो.सीमा सरकार, डॉ.वंदना द्विवेदी,डॉ. अपूर्वा अवस्थी और अंकिता पांडेय द्वारा किया गया।

महाविद्यालय की बीएस.सी. की छात्रा एवं एनसीसी कैडेट पल्लवी मिश्रा को पाठ्यक्रम एवं सह पाठ्येतर गतिविधियों तथा सामाजिक जागरूकता कार्यक्रमों में सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए नवयुग रत्न प्रदान किया गया।

एनसीसी कैडेट सार्जेंट पलक गुप्ता को राष्ट्रीय स्तर पर 26 जनवरी 2024 को नयी दिल्ली के कर्तव्य पथ पर आयोजित परेड में प्रतिभाग कर महाविद्यालय को गौरवान्वित करने हेतु विशेष पुरस्कार प्रदान किया गया।

इसके साथ ही सत्र 2021-22 में सभी संकायों एवं विषयों में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाली 60 छात्राओं को स्वर्ण ,रजत और कांस्य मेडल प्रदान किये गये। छात्रा मानसी शर्मा बी एड को चार स्वर्ण पदक,प्रतिभा श्रीवास्तव बी एस सी को तीन स्वर्ण पदक और प्रियांशी बरौलिया को दो स्वर्ण पदक तथा मंतशा जहां को दो स्वर्ण पदक प्राप्त हुए।

मुख्य अतिथि अंगद सिंह ने बहुत सरल ढंग से उदाहरण देकर छात्राओं को अपने लक्ष्य को प्राप्त करने को कहा। उन्होंने कहा सपने बड़े देखिए और उन्हें पूरा करिए। अपने लक्ष्य पर दृण संकल्पित होकर केंद्रित रहने के लिए प्रेरित किया I उन्होंने छात्राओं को सूत्र वाक्य देते हुए कहा “हम होंगे कामयाब हर दिन” | भारत के अमृत काल में विकसित राष्ट्र के निर्माण में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है इसलिए सभी को संकल्पित होकर इस लक्ष्य को पूरा करने में अपनी भूमिका का निर्वाह करना होगा।

विशिष्ट अतिथि प्रांशु दत्त द्विवेदी ने कहा कि आज मातृशक्ति के‌ लिए माननीय प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री मंत्री द्वारा विभिन्न सकारात्मक कार्य किए जा रहे हैं जिनमें शौचालय निर्माण और महिला सुरक्षा मुख्य है।आज भारत स्वर्णिम भविष्य की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने सभी छात्राओं को अपनी हार्दिक शुभकामनाएं भी प्रदान किया अपने उद्बोधन में इस बात पर जोर दिया कि माता-पिता और शिक्षकों से प्रेरणा लेकर कार्य करना चाहिए|

विशिष्ट अतिथि आत्मप्रकाश मिश्र ने कहा कि हमारा यह वही भारत देश है जो अपाला ,घोषा,गार्गी का देश है। मध्य काल में हमारी सभ्यता और संस्कृति पर हमला हुआ, लेकिन आज भारत की तस्वीर बदल रही है ।जो‌ देश पहले हमारे योग,वेद और आयुर्वेद की मजाक उड़ाते थे वहीं आज हमारा अनुकरण कर रहे हैं। आज पूरी दुनिया भारत की तरफ देख रहीं है|उन्होंने छात्राओं से कहा कि हमें अपनी जड़ों से जुड़कर रहना है हमें हिंदी बोलने में हीन भावना नहीं लानी चाहिए।

महाविद्यालय के प्रबंधक विजय दयाल ने अपने उद्बोधन में सभी छात्राओं को शुभकामनाएं दीं और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की और आगे भी अच्छे‌ प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया ।
भजन सरिता के अंतर्गत अतुल तिवारी ने गाये। गणपति वंदन-आदि विभिन्न सुमधुर भजनों के गायन से बाबू श्री दीनदयाल जी को श्रद्धा सुमन अर्पित की

इस अवसर पर महाविद्यालय की प्रबंधक समिति के कौशल अग्रवाल, अमित दयाल, नवयुग इंटर कालेज की प्राचार्या डॉ. सीमा सिंह, डॉ. लीना मिश्रा, डॉ. मनोज पाण्डेय, हेमंत उपाध्याय, महाविद्यालय की प्रवक्तागण सभी कमेटी सदस्य मेडल कमेटी की कन्वीनर एवं सदस्य तथा गैर शैक्षणिक कर्मचारी गण उपस्थित रहे।
महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. मंजुला उपाध्याय ने आगत अतिथियों का औपचारिक धन्यवाद ज्ञापन किया और सभी छात्राओं को अग्रिम भविष्य हेतु शुभकामनाएं प्रेषित की| कार्यक्रम का संचालन डॉ.क्षितिज शुक्ला द्वारा किया गया।राष्ट्रगान और भारत माता की जय के उद्घोष के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।