एंबुलेंस का स्ट्रेचर टूटने से जमीन पर गिरा मरीज: प्रयागराज के बेली हास्पिटल में इलाज के लिए आया था

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(www.arya-tv.com) सड़कों पर दौड़ रहीं ज्यादातर सरकारी एंबुलेंस खटारा हो चुकी हैं। इसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। एक बार फिर एक मरीज एंबुलेंस इसका शिकार हो गया। शहर के तेज बहादुर सप्रू (बेली) हास्पिटल के ट्रामा सेंटर में एक मरीज 108 एंबुलेंस से पहुंचा था। एंबुलेंस (UP 32 E 4999) के कर्मचारी मरीज को स्ट्रेचर पर लिटाकर अंदर ले जाना चाहते थे लेकिन तभी स्ट्रेचर टूट गई और मरीज जमीन पर गिर गया। तत्काल एंबुलेंस कर्मियों ने मरीज मनोज सक्सेना को उठाकर स्ट्रेचर पर रखा लेकिन स्ट्रेचर फिर से टूट गया और मरीज दोबारा जमीन पर गिर पड़ा। वह दर्द से तड़पता रहा। किसी तरह मरीज को ट्रामा सेंटर ले जाया गया जहां डाक्टरों ने उसका इलाज शुरू कराया।

खटारा एंबुलेंस पर ध्यान नहीं देते अधिकारी

प्रयागराज में 108 की 42 एंबुलेंस हैं और 102 की 51 एंबुलेंस हैं। इसके अलावा 5 अतिरिक्त एंबुलेंस हैं जो इमरजेंसी के लिए रखी गई हैं। इसमें जो एंबुलेंस खराब हैं उनकी देखभाल नहीं हो पाती है, जिम्मेदारी अधिकारी इस तरफ ध्यान नहीं देते हैं, यही कारण है कि खटारा एंबुलेंस मरीजों के लिए तकलीफदेह हो जाती हैं।

मरीज मनोज सक्सेना ने बताया कि उसके पैर में तकलीफ है, इसलिए वह 108 एंबुलेंस से बेली अस्पताल आया था। लेकिन यहां स्ट्रेचर से दो बार जमीन पर गिरा, जिससे चोटें आई हैं। मनोज दारागंज का रहने वाला है और वह आटो चालक है।

नोडल बोले- लापरवाही है, कराएंगे जांच

एंबुलेंस के नोडल अधिकारी व अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरूण कुमार तिवारी ने बताया कि यह बड़ी लापरवाही है। जो भी एंबुलेंस खराब होती हैं उसकी मरम्मत होती रहती है। इस मामले में जांच कराई जाएगी कि यह लापरवाही कैसे हुई है।