प्रयागराज के मनोहर दास चिकित्सालय में टीमें तैनात, आंख में रंग पड़ने पर कराये इलाज

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प्रयागराज (www.arya-tv.com) होली के त्योहार पर रंग चलने के दौरान बहुत कम लोगों को पता होगा कि आंख के अस्पताल में डॉक्टरों की एक विशेष टीम तैनात रहती है जो किसी की आंख में रासायनिक रंग पड़ने से होने वाले विपरीत असर का इलाज करते हैं। इस बार भी मनोहर दास नेत्र चिकित्सालय और बेली अस्पताल में टीमें तैनात करने को डॉक्टरों का चयन शुरू हो गया है। यह टीमें आंख से रंग निकालने की विशेष दवा किट से लैस रहेगी।

होली का त्योहार ही ऐसा है कि लोग एक दूसरे को रंग लगाते समय हुड़दंग में गलती कर बैठते हैं। चेहरे को रँगते समय हरे या काले रंग आंखों में लगाने की कोशिश करते हैं। प्रोटेक्टिव या डिफेंसिव मेकेनिज़्म होने के कारण आंखें भले ही इससे अपना बचाव करती हैं फिर भी लोग उसे नुकसान पहुंचा ही देते हैं। इससे आंखें घायल तक हो जाती हैं।

अस्पताल में पहुंचते हैं 20 से 25 केस

आंख के अस्पताल के रिकॉर्ड बताते हैं कि हर साल होली के दिन औसत 25 लोग आंखों में रंग घुसने से होने वाली समस्या से ग्रसित होकर इलाज कराने पहुँचते हैं। जबकि आंखों के डॉक्टरों की ओर से होली से पहले की जागरूकता व्यर्थ ही जाती है।

अस्‍पताल में तैनात रहेगी डॉक्‍टरों की स्‍पेशल टीम

नेत्र सर्जन और मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉक्टर एसपी सिंह का कहना है कि मनोहर दास नेत्र चिकित्सालय में डॉक्टरों की विशेष टीम बनाई जा रही है। आंख में रासायनिक रंग पड़ने से रोशनी जा सकती है इसलिये लोग दूसरों के जीवन मे अंधेरा करने से बचें। फिर लोगों को बताना जरूरी है कि रंग चलने के दौरान यदि किसी को दिक्कत होती है तो अस्पताल उसके लिये तैयार रहेंगे।