आशीष की रिमांड का आज पहला दिन:लखीमपुर जेल से SIT ने कस्टडी में लिया

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(www.arya-tv.com)लखीमपुर हिंसा के आरोपी और गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र के बेटे आशीष को पुलिस ने मंगलवार सुबह 10 बजे तीन दिन की रिमांड पर ले लिया है। इससे पहले आशीष का मेडिकल चेकअप कराया गया। आशीष के वकील अवधेश सिंह भी जेल के बाहर मौजूद थे। पहले आशीष को पुलिस लाइन ले जाया जा रहा है।

SIT की टीम आशीष से 72 घंटों में उन 54 मिनट का हिसाब लेगी, जिस दौरान 3 अक्टूबर को तिकोनिया में हिंसा हुई। पुलिस पूछताछ में आशीष साबित नहीं कर पाया कि उस दौरान वह दंगल में था। इसके साथ ही उसके मोबाइल और आरोपियों से मिले साक्ष्यों के आधार पर पूछताछ करेगी। सोमवार को कोर्ट ने SIT की अर्जी पर तीन दिन की रिमांड मंजूर की थी। 15 अक्टूबर को सुबह 10 बजे आशीष को पुलिस फिर से जेल में दाखिल करेगी।

इधर, पुलिस ने आशीष के दोस्त अंकित दास के ड्राइवर शेखर को पकड़ लिया है। अंकित दास की तलाश जारी है। अंकित दास पूर्व सपा नेता अखिलेश दास के भतीजे हैं। हिंसा के दिन अंकित और उनका ड्राइवर घटनास्थल पर मौजूद था।

अरदास कार्यक्रम के चलते बंद कमरे में होगी पूछताछ
आज तिकोनिया में संयुक्त मोर्चा संगठन ने मृत किसानों की आत्मा की शांति के लिए अरदास कार्यक्रम रखा है। सूत्रों के मुताबिक पुलिस आज आरोपी आशीष मिश्र को साक्ष्य संकलन के लिए कहीं लेकर नहीं जाएगी। क्योंकि, उसके सार्वजनिक स्थल पर लेकर जाने पर माहौल खराब हो सकता है। उससे बंद कमरे में ही पूछताछ की जाएगी।

इन तीन शर्तों का कस्टडी में हो पालन

  • आशीष मिश्र की पुलिस रिमांड के दौरान शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना नहीं दी जाएगी।
  • पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद जेल में दाखिल किया जाएगा। साथ ही उसका मेडिकल कराया जाए।
  • रिमांड के दौरान पूछताछ के वक्त आशीष के वकील उचित दूरी पर रह सकते हैं।

लखीमपुर में 3 अक्टूबर को भड़की थी हिंसा
3 अक्टूबर (रविवार ) को किसानों ने केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्र का विरोध करते हुए काले झंडे दिखाए थे। इसी दौरान एक गाड़ी ने किसानों को कुचल दिया था। इसमें चार किसानों की मौत हो गई थी। इसके बाद हिंसा भड़क गई थी। आरोप है कि भड़की हिंसा के दौरान किसानों ने एक ड्राइवर समेत चार लोगों को पीट-पीटकर मार डाला था, जिसमें एक पत्रकार भी मारा गया था।

इस मामले में अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र समेत 15 लोगों के खिलाफ हत्या और आपराधिक साजिश का केस दर्ज किया गया था। जिसके बाद शनिवार रात 12 घंटे तक चली लंबी पूछताछ के बाद आशीष मिश्र को एसआईटी ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।