कर्ज चुकाने से बचने के लिए अपहरण और लूट की रची साजिश, ज्वेलर समेत 7 आरोपी पहुंचे जेल

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(www.Arya Tv .Com) मेरठ का सर्राफ कारोबारी खुद के बिछाए जाल में फंस गया. उसने खुद के लिए एक बड़ी साजिश रच डाली. साजिश ने मेरठ पुलिस की नींद उड़ा दी. फोन घनघनाए, सीसीटीवी चेक हुए. हकीकत से पर्दा उठने पर पुलिस हैरान रह गई. सर्राफा बाजार की नील की गली में दीपांशु जैन का ज्वैलरी शोरूम है. सर्राफ कारोबारी दीपांशु के पास सोना गिरवी रखते हैं. दीपांशु पर काफी कर्ज का बोझ था. कर्ज से बचने के लिए दीपांशु जैन ने अपने एकाउंटेंट को षड्यंत्र में शामिल कर लिया.

अपहरण और लूट का रचा फर्जी ड्रामा

दीपांशु के नौकर ने पुलिस को सूचना दी कि काले कपड़े पहने और पुलिस को साथ लेकर आए लोगों ने हथियार दिखाकर दो किलो सोना, नकदी के साथ मालिक का अपहरण कर लिया. सर्राफा बाजार में लूट और कारोबारी के अपहरण की सूचना से हड़कंप मच गया. पुलिस के आला अफसर भी मौके पर दौड़ पड़े. वारदात की जांच के लिए टीम गठित कर दी गई. महज शक की सुई ने झूठ और षड्यंत्र से पर्दा उठा दिया. सर्राफ कारोबारी दीपांशु जैन के अपहरण और लूट की सूचना पुलिस को शुरू से फर्जी लग रही थी.

सीसीटीवी की जांच में पुलिस को कुछ नहीं मिला. नौकर के बयान पर शक हुआ. शक कुछ देर की सख्ती के बाद यकीन में बदल गया. नौकर ने पूछताछ में बताया कि दीपांशु जैन ने एकाउंटेंट रजत गुप्ता के साथ लूट और अपहरण की साजिश रची थी. साजिश में नौकर ऋषभ, उसके पिता दौलतराम, उनके साथी गौरव और कृष्ण, सपा व्यापार प्रकोष्ठ के पूर्व जिला अध्यक्ष अज्जू पंडित भी शामिल थे. पुलिस ने एक एक करके सातों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.

षड्यंत्र में शामिल 2 पुलिसकर्मी सस्पेंड

सर्राफ कारोबारी दीपांशु जैन बेहद शातिर निकला. उसने जांच टीम में शामिल कोतवाली थाने के सिपाही सुंदर और संतोष को मिला लिया. दीपांशु के चार साथी राजस्व खुफिया निदेशालय की टीम बनकर काले कपड़े में दो पुलिसवाले के साथ दुकान पर पहुंचे थे. थोड़ी देर में सर्राफ कारोबारी दीपांशु को लेकर साथ चले आए. दीपांशु को कोतवाली थाने से छोड़ दिया गया. दीपांशु ज्वैलरी शो रूम जाने के बजाय एक होटल में छिप गया.

योजना थी कि सर्राफा बाजार में डीआरआई की फर्जी टीम के जरिए लूट और अपहरण की झूठी खबर फैलाना. दीपांशु का अकाउंटेंट रजत दुकान में रखा सोना, नकदी और डीवीआर भी ले गया. सीसीटीवी फुटेज खंगालने से पता चला कि मामला देहली गेट थाना इलाके का है. दो सिपाही कोतवाली थाना इलाके के हैं. सख्ती से पूछताछ में नौकर ने फर्जी कहानी उजागर कर दी. पुलिस ने सर्राफ कारोबारी को होटल के टॉयलेट से गिरफ्तार कर लिया.

साजिश में शामिल दोनों सिपाहियों से पूछताछ की गई. उन्होंने बताया कि मोबाइल लूट की सूचना पर सर्राफ कारोबारी को साथ लाकर थाने से छोड़ दिया. एसपी सिटी मेरठ आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि मामले में एसएसपी ने दोनों सिपाहियों विश्वास और सुंदर को निलंबित कर दिया है. एक किलो 963 ग्राम सोना, 6 लाख रुपए की नकदी बरामद कर ली है. सराफ कारोबारी और 6 साथियों को जेल भेज दिया गया है.