(www.arya-tv.com) गोरखनाथ मंदिर में तैनात सुरक्षा कर्मियों पर हमला करने वाले मुर्तजा अब्बासी के पास से एटीएस को कई एटीएम कार्ड मिले हैं। 2015 के बाद से ही वह कई खातों में रुपये भेजता था। जांच में यह बात सामने आने के बाद एटीएस के साथ ही सुरक्षा एजेंसियां इसकी पड़ताल कर रही है। पूछताछ में चौंकाने वाली जानकारी सामने आने के बाद मुर्तजा व उसके परिवार की संपत्ति का भी आकलन शुरू हो गया है।
गोरखनाथ मंदिर पर हमले के बाद से चर्चा में आया अहमद मुर्तजा अब्बासी के काले कारनामों की फेहरिस्त काफी लंबी है। सूत्रों की मानें तो उसका संबंध विदेश में बैठकर भारत विरोधी गतिविधि में लिप्त कई संगठनों से है। उसे मानसिक रूप में विक्षिप्त बताने वाला परिवार भी उसके इस कारनामें के बारे में खुलकर नहीं बता पा रहा है। पहले दिन से परिवार के लोग भी गोल-मोल जवाब देकर उसे बचाने में लगे हैं।
अहमद मुर्तजा अब्बासी के परदादा मजिस्ट्रेट रहे हैं इसके अलावा उसके दादा न्यायिक अधिकारी रह चुके हैं। एटीएस की नजर अब उसके परिवार पर है उसका परिवार डेढ़ साल पहले मुंबई से गोरखपुर आया है। वहीं उसके बड़े पिता शहर के जाने-माने सर्जन हैं। उनका आवास में ही नर्सिंग होम भी चलता है।
पुलिस सूत्रों की माने तो सन् 1940 में ‘नजीर अहमद अब्बासी’ के नाम से सिविल लाइंस नजूल की जमीन का पट्टा दिया गया था। जिसमें बशीर अहमद, सैयद अहमद और हुसैन अहमद आदि हिस्सेदार रहे हैं। आमतौर पर नजूल की जमीन का 99 साल की लीज दी जाती रही है। गोरखनाथ में हुई घटना के बाद अब एटीएस आरोपी के बैंक एकाउंट के साथ उसके और उसके परिवार की चल-अचल संपत्ति के बारे में भी जानकारी हासिल कर रही है।
एजेंसियां यह भी जांच कर रही हैं कि मुर्तजा ने कितने रुपये कमाया और कितने रुपये पेपल खाते के जरिए दूसरे खातों में भेजे हैं। इस बात की भी जांच हो रही है कि नौकरी छूटने के बाद उसके खाते में रुपये कहीं से आए तो नहीं हैं। अगर आए है तो इसका इस्तेमाल कहां किया गया है।