MP: विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए कोई बैलगाड़ी में तो कोई घोड़े की कर रहा सवारी

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(www.arya-tv.com) एमपी में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर जिलों में प्रचार-प्रसार तेज होते जा रहे हैं। पार्टियों ने अपने प्रत्याशियों के प्रचार के लिए स्टार प्रचारकों को मैदान में उतार दिया है। इसी कड़ी में पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव अपने छोटे भाई और कांग्रेस प्रत्याशी सचिन यादव के लिए घोड़े पर सवार होकर प्रचार करने निकले।

दरअसल, अरुण यादव पिछले विधानसभा चुनाव में बुधनी से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सामने बुरी तरह हार गए थे। इस बार उन्होंने पार्टी से चुनाव लड़ने के लिए साफ मना कर दिया था और वे प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में कांग्रेस प्रत्याशियों के लिए प्रचार करते दिखाई दे रहे हैं। उनके छोटे भाई पूर्व मंत्री सचिन यादव कसरावद से 2013 और 2018 में जीते थे और इस बार भी कांग्रेस ने उन्हें फिर से प्रत्याशी घोषित किया है।

विधानसभा चुनाव के लिए यादव परिवार भी अब सचिन यादव के लिए घर-घर जाकर वोट मांग रहा है। अरुण यादव रात के समय घोड़े पर सवार होकर कसरावद क्षेत्र में प्रचार करने निकले। उनके साथ उनके समर्थकों की टीम भी थी और बैंड बाजे वाले भी साथ चल रहे थे। घोड़े पर उनका संतुलन कायम रहे इसलिए घोड़े का मालिक बाकायदा घोड़े को संभाले हुए था। एक मोहल्ले में प्रवेश करने पर उन पर पुष्प वर्षा भी की गई। इसके पहले मंत्री को घोड़े पर सवार होते कम ही देखा गया था हालांकि खास पारम्परिक अवसरों पर वे अपने समर्थकों के साथ बैलगाड़ी दौड़ाते जरूर दिखाई पड़ते हैं।

कसरावद से लगे खरगोन जिला मुख्यालय पर बीजेपी के प्रत्याशी और पूर्व मंत्री बालकृष्ण पाटीदार भी घोड़े की सवारी का शौक रखते हैं। वे तो कई अवसरों पर इसे नचाते भी हैं। प्रत्याशी ने भी खरगोन के वार्ड नंबर 30 नर्मदा नगर में घोड़े पर सवार होकर जनसंपर्क किया। बालकृष्ण उम्रदराज होने के बावजूद घोड़े पर बेहतर नियंत्रण रखते हैं इसलिए उन्होंने घोड़े पर सवार होकर ही बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ हाथ जोड़ते हुए समर्थन और आशीर्वाद मांगा।

इसी तरह गवानपुरा के कांग्रेस प्रत्याशी केदार डाबर ने भी बैलगाड़ी से ग्रामीण क्षेत्रों में प्रचार किया। कल ही उनके चाचा प्रेम सिंह डाबर परिवारवादी नीति से परेशान होने का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हो गए थे।