लखनऊ विश्विद्यालय के फैकल्टी ऑफ़ योग एंड अल्टरनेटिव मेडिसिन के तत्वाधान में 10वे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2024 के विभिन्न कार्यक्रमों की श्रृंखला के क्रम में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर नेहरू बाल वाटिका अलीगंज में वज्रासन के अभ्यास के साथ वृक्षारोपण किया गया।
इसके अतिरिक्त नगरीय सामुदायिक केंद्र अलीगंज, खाद्य औषधि प्रसाधन, अलीगंज के प्रांगण तथा लखनऊ विश्विद्यालय के द्वितीय परिसर जानकीपुरम में भी वृक्षारोपण किया गया जिसमे योग फैकल्टी की छात्राएँ रोमा हेमवानी, मोनिका सिंह, अनामिका चौधरी, पूर्णिमा सरकार, सविता रंजन,प्रीति मनुज, अर्चना वर्मा, नम्रता मिश्रा, मधु त्रिपाठी, व्याख्या सिंह, स्वेतालिका नायक, पीयूष तिवारी, वर्षा, प्रतीक केसरवनी, प्रिया मिश्रा, आयुष शर्मा, आशा राजवंशी ने प्रतिभाग किया।
इस अवसर पर अधिष्ठाता अशोक कुमार सोनकर कॉर्डिनेटर डॉ.अमरजीत यादव तथा विभाग के शिक्षक एवं कर्मचारी उपस्थित रहे ।
प्रातः 9 बजे से योग फैकल्टी के योग हॉल में पाचन संस्थान के रोगों में योग की भूमिका विषयक सेमिनार का भी आयोजन किया गया गया। जिसमें मुख्य वक्ता योगाचार्य राजेश कुमार द्विवेदी ने कहा कि पाचन संस्थान शरीर की क्रियात्मक इकाई है इसलिए इसका स्वस्थ्य रहना अनिवार्य है। पाचन संस्थान के रोगों के लिये प्रबंधन के लिए सन्तुलित आहार, आदर्श जीवनशैली के साथ वज्रासन, पवनमुक्तासन, मयूरसान, तथा प्राणायाम में नाड़ी शोधन, कपालभाति प्रमुख है। इन्होंने बताया कि प्रकृति एक बहुत बड़ी चिकित्सक है जिस मौसम में जो बीमारियाँ होने वाली होती है प्रकृति उस मौसम की बीमारियों का उपचार उस मौसम में होने वाली सब्ज़ियों और फल में भेज देती है। अतः मौसमी फल और सब्ज़ियों का सेवन अधिक से अधिक करना चाहिए।