बागपत।(www.arya-tv.com) अंधाधुंध फायरिंग में पांच गोली लगने से घायल हुए हिस्ट्रीशीटर परमवीर की गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल में उपचार के दौरान मौत हो गई। वहीं घटना के एक सप्ताह बाद भी पुलिस खाली हाथ है। पुलिस नामजद आरोपितों को भी गिरफ्तार नहीं कर पाई है। कुख्यात परमवीर निवासी ग्राम तुगाना अपने साथियों व ग्रामीणों के साथ गत 22 जून की शाम करीब 7.30 बजे कुरड़ी गांव में चबूतरे पर बैठा हुआ बातें कर रहा था।
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दौरान कार व बाइक पर सवार होकर आए बदमाशों ने उन पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी थी। जिसमें परमवीर समेत पांच लोग गोली लगने से घायल हो गए थे। सबसे ज्यादा पांच गोली परमवीर को लगी थी। घायलों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। परमवीर का गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल में उपचार चल रहा था। डॉक्टरों ने उसके शरीर से गोली तो निकाल दी थी, लेकिन पैर में इन्फेक्शन हो गया था, जिसके कारण तीन दिन पूर्व डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर घुटने के नीचे से उसका एक पैर काटा था, ताकि उसकी जान बच सके। फिर भी उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ और हालत लगातार बिगड़ती चली गई।
सोमवार सुबह उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई। एसपी अजय कुमार सिंह के पीआरओ इंस्पेक्टर मनोज कुमार ने इसकी पुष्टि की है। परमवीर के भाई सुरेंद्र ने लीलू व उसके पिता चतर सिंह निवासी करनावल ( मेरठ) परविंदर निवासी कुरडी, सचिन व रोबिन और उनके पिता नरेश निवासी हलालपुर को नामजद तथा 6-7 अज्ञात के खिलाफ छपरौली थाने पर मुकदमा दर्ज करा रखा है। बता दे कि कुख्यात सुनील राठी का परविंदर ममेरा भाई और सचिन व रोबिन बेहद करीबी हैं।
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