गोरखपुर मेट्रो का काम अगले छह माह में होगा शुरू, सीएम योगी ने की समीक्षा

Gorakhpur Zone

(www.arya-tv.com) महानगर में तीन बोगियों वाली लाइट मेट्रो के संचालन की तैयारियां तेज हो गई हैं। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को कहा है कि छह माह के भीतर गोरखपुर मेट्रो के काम की शुरूआत हो जानी चाहिए। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही गोरखपुर मेट्रो कार्पोरेशन का गठन हो जाएगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार शाम वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश के विभिन्न जिलों में मेट्रो की प्रगति के संबंध में अधिकारियों के साथ चर्चा की। उन्होंने कहा कि गोरखपुर मेट्रो के काम की शुरूआत छह महीने के भीतर कर दी जाए। इसके लिए जल्द सभी जरूरी तैयारियां पूरी कर ली जाएं। गोरखपुर लाइट मेट्रो के संचालन पर 4589 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

उधर, मुख्यमंत्री की वीसी के बाद गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) इस संबंध में सक्रिय हो गया है। जीडीए उपाध्यक्ष ने मातहतों के साथ महानगर में मेट्रो संचालन की प्रगति के संबंध में समीक्षा बैठक की। उपाध्यक्ष का कहना है कि गोरखपुर मेट्रो कार्पोरेशन का गठन शासन स्तर से होना है। जल्द ही इसके गठित की उम्मीद है।

महानगर में जिस रूट से मेट्रो गुजरनी है, उस पर फोरलेन निर्माण का कार्य तकरीबन पूरा हो गया है। टेक्निकल यूनिवर्सिटी से गुरुंग तिराहा होते हुए मोहद्दीपुर तक फोरलेन बन चुका है। इसी तरह मोहद्दीपुर से गोरखनाथ मंदिर होते हुए जंगल कौड़िया तक फोरलेन का काम आखिरी चरण में है। चूंकि फोरलेन के डिवाइडर पर ही मेट्रो के लिए पिलर बनने हैं, ऐसे में अब कोई बाधा नहीं रहेगी। इसी के साथ गुलरिहा से मेडिकल, असुरन होते हुए धर्मशाला तक भी पिलर बनाने में कोई दिक्कत नहीं है।

तीन बोगियों (कार) वाली मेट्रो महानगर में दो रूटों पर दौड़ेगी। पहला रूट 15.14 किमी लंबा होगा, जो श्यामनगर (बरगदवां के पास) से मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय तक होगा। इस पर कुल 14 स्टेशन बनाए जाएंगे। दूसरा रूट गुलरिहा से बीआरडी मेडिकल कॉलेज, असुरन चौक, धर्मशाला, गोलघर, कचहरी चौराहा होते हुए नौसड़ तक जाएगा। यह रूट 12.70 किमी लंबा है, जिस पर 12 स्टेशन बनाए जाएंगे।

जीडीए उपाध्यक्ष प्रेम रंजन सिंह ने कहा कि महानगर में मेट्रो के संचालन के संबंध में शासन स्तर से वीडियो कांफ्रेंसिंग हुई है। उम्मीद है कि गोरखपुर मेट्रो कार्पोरेशन जल्द वजूद में आ जाएगा। प्रदेश स्तर पर जो काम होने हैं, उसके शुरू होने के बाद स्थानीय स्तर पर काम में तेजी आ जाएगी। प्राधिकरण, मेट्रो के संबंध में पूरी तरह से गंभीर है।