जेसन रॉय
इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज जेसन रॉय ने अभी तक केवल एक ही टेस्ट खेला है। इस दौरान एक अर्धशतक की मदद से कुल 77 रन बनाए हैं। विश्व कप में रॉय ने सात पारियों में 443 रन बनाए थे। इंग्लैंड टेस्ट के लिए ओपनर के लिए संघर्ष करती रही है। पूर्व कप्तान एंड्रयू स्ट्रॉस के संन्यास के बाद इंग्लिश टीम को कोई भी नियमित ओपनर नहीं मिल पाया। रॉय ने जिस तरह से विश्व कप के दौरान बल्लेबाजी की है, अगर वह अपने उस फॉर्म को बरकरार को एशेज में बरकरार रखते हैं, तो इंग्लैंड टीम के लिए राहत की बात होगी और रॉय टीम को एक मजबूत शुरुआत देने में सक्षम भी हैं।
बेन स्टोक्स
इंग्लैंड के लिए इस दौर के सबसे बड़े ऑलराउंडर बेन स्टोक्स ने विश्व कप के फाइनल में शानदार खेल दिखाकर इंग्लैंड को पहली बार चैंपियन बनाने में अहम योगदान दिया था। स्टोक्स ने 52 टेस्ट में 3152 रन बनाए हैं। गेंद से भी उनका प्रदर्शन शानदार रहा है। स्टोक्स ने 127 टेस्ट विकेट भी अपने नाम किए हैं। स्टोक्स इंग्लैंड की एक मजबूत कड़ी हैं। जब भी टीम मुश्किल में दिखती है, वह आकर टीम को संभाल लेेते हैं।
जेम्स एंडरसन
37 साल के जेम्स एंडरसन फिलहाल दुनिया के सबसे बेहतरीन तेज गेंदबाजों में से एक माने जाते हैं। चोट की वजह से वह आयरलैंड के खिलाफ एकमात्र टेस्ट में नहीं खेल पाए थे। एंडरसन को ड्यूक्स गेंद को स्विंग कराने में महारत हासिल है। उन्होंने 148 टेस्ट खेले हैं, इस दौरान जेम्स ने 575 विकेट चटकाए हैं। एंडरसन ने 18 साल के करियर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 31 टेस्ट में 104 विकेट लिए। पांच बार उन्होंने पांच से अधिक विकेट लिए हैं। वह ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों के लिए सबसे बड़ी मुसिबत बन सकते हैं।
मिशेल स्टार्क
विश्व कप में सबसे अधिक 27 विकेट लेने वाले मिशेल स्टार्क पर ऑस्ट्रेलियाई टीम के आक्रमण की जिम्मेदारी होगी। टीम चाहेगी कि वनडे के सबसे बड़े टूर्नामेंट की तरह एशेज सीरीज में भी वह शानदार प्रदर्शन करें। स्टार्क ने 51 टेस्ट में 211 विकेट लिए हैं। स्टार्क की यॉर्कर गेंद को खेलना किसी भी बल्लेबाज के लिए आसान नहीं है। मिशेल स्टार्क अपने रंग में आ गए तो फिर इंग्लिश बल्लेबाजों पर वह कहर बनकर टूटेंगे।