हमारे पास दुनिया की सबसे अच्छी युवा शक्ति: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

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(www.arya-tv.com) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारे पास दुनिया की सबसे अच्छी युवा शक्ति है। हम कुछ भी करें, लेकिन हमारे सामने सदैव हमारा देश व समाज प्राथमिक होना चाहिए। नेशन फर्स्ट, फिर समाज, फिर परिवार, उसके बाद स्वयं का स्थान है। इस लक्ष्य के साथ कार्य करेंगे, तो प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप वर्ष 2047 में विकसित राष्ट्र के रूप में स्थापित करने से दुनिया की कोई भी ताकत हमें नहीं रोक पायेगी।

मुख्यमंत्री आज जनपद गाजियाबाद में के0आई0ई0टी0 ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के 25 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आयोजित रजत जयंती समारोह में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने 16 विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान की। मुख्यमंत्री ने के0आई0ई0टी0 में उत्कृष्ट सेवा देने वाले अध्यापकों तथा भूतपूर्व छात्रों को सम्मानित किया। उन्होंने संस्थान के नये शैक्षणिक ब्लॉक का उद्घाटन कर अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, रोबोटिक्स और ड्रोन प्रौद्योगिकी सहित विभिन्न उत्कृष्टता केंद्रों का निरीक्षण किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से 25 वर्ष पूर्व के0आई0ई0टी0 ने अपनी यात्रा प्रारम्भ की। पहले दिन से ही संस्थान ने गुणवत्ता पर फोकस किया, जिसके परिणाम आज सभी के सामने हैं। 25 वर्ष की शानदार यात्रा ने के0आई0ई0टी0 को अन्य संस्थानों से अलग नई पहचान दिलाई है। यह दिखाता है कि जो समय के अनुरूप चलता है तथा समय से दो कदम आगे बढ़कर जिन लोगों ने स्वयं को तैयार किया है, वही अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है और देश तथा समाज को कुछ दे सकता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यवस्था में कैसे परिवर्तन लाया जा सकता है, यह हमनें वर्ष 2014 से देखा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पूरा देश विकास की नई ऊंचाईयों की ओर अग्रसर हो रहा है। 140 करोड़ भारतीय अपने नेतृत्व के प्रति सम्मान तथा विश्वास व्यक्त करते हुए उनके मार्गदर्शन में कार्य कर रहे हैं। जब हम समय से दो कदम आगे की सोचते हैं और उसके अनुरूप अपनी कार्ययोजना को प्रभावी बनाते हैं, तो परिणाम भी हमारे सामने आते हैं। वर्ष 2014 से पहले देश अविश्वास, अव्यवस्था, अराजकता तथा पहचान के संकट से गुजर रहा था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत साढ़े छः वर्षां में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किये गये कार्यां से अब राज्य के नौजवान के सामने पहचान का संकट नहीं है। प्रदेश में इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास के साथ ही, प्रधानमंत्री जी की डिजिटल मुहिम से प्रेरणा लेते हुए कार्यक्रम आगे बढ़ाये गये। परिणामस्वरूप उत्तर प्रदेश को निवेश के सबसे अच्छे गन्तव्य के रूप में स्थापित कर सके हैं। ईज़ ऑफ डुईंग बिजनेस में उत्तर प्रदेश चौदहवें स्थान से पहले व दूसरे स्थान पर आने की लड़ाई लड़ सका। राज्य देश में आठवीं-दसवीं अर्थव्यवस्था से आज पहली-दूसरी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित होने की होड़ में खड़ा है। नये भारत का नया उत्तर प्रदेश हमें देखने को मिल रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रदेश में रैपिड रेल, मेट्रो रेल, 12 लेन एक्सप्रेस-वे सहित अच्छा इन्फ्रास्ट्रक्चर है। आज प्रदेश में इनलैंड वॉटर-वे प्रारम्भ हो चुका है। उत्तर प्रदेश व देश में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की आधुनिक सुविधा तथा डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर की सुविधा है। लॉजिस्टिक्स आज की आवश्यकता है। इस दिशा में भी नये प्रयास प्रारम्भ हुए हैं। युवाओं के लिए रोजगार सृजन हेतु स्टार्टअप, स्टैंड अप इण्डिया तथा डिजिटल इंडिया के कार्यक्रम हैं। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के माध्यम से युवा अपना स्टार्टअप स्थापित कर सकते हैं। सरकार ने युवाओं, महिलाओं, अन्नदाता किसानों, श्रमिकों, उद्यमियों, व्यवसायियों तथा समाज के प्रत्येक तबके के लिए अनेक कार्यक्रम चलाये हैं। देश में सभी को समान रूप से महत्व देते हुए आगे बढ़ाने के कार्य किये जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि फरवरी, 2023 में उत्तर प्रदेश में ‘यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट’ के आयोजन से ए0के0टी0यू0, आई0आई0एम0 तथा अन्य संस्थानों के छात्रों को जोड़ा गया था। इन्वेस्टर्स समिट के पीछे एक उद्देश्य है कि जो युवा डिग्री लेकर संस्थानों से निकलेंगे, उन्हें नौकरी के लिए भटकना न पड़े। उन्हें अपने ही जनपद, क्षेत्र तथा अपने लोगों के बीच नौकरी, रोजगार तथा स्टार्टअप स्थापित करने के लिए सरकार प्लेटफॉर्म प्रदान करने जा रही है। ‘यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट’ के माध्यम से 38 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। इनसे 01 करोड़ 10 लाख नौजवानों को नौकरी तथा रोजगार मिलेगा।

मुख्यमंत्री ने के0आई0ई0टी0 परिवार की सफलता के 25 वर्ष पूरे होने पर बधाई देते हुए कहा कि संस्थान ने भारत के लिए योग्य नागरिकों की एक टीम खड़ी करने का जज्बा दिखाया है। 25 वर्ष पूर्व मैकेनिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स तथा कम्प्यूटर साइंस के 03 डिग्री कोर्स के साथ प्रारम्भ हुए संस्थान में आज ए0के0टी0यू0 से एफिलिएटेड अनेक कोर्स संचालित हो रहे हैं। के0आई0ई0टी0 प्रदेश का पहला संस्थान होगा, जिसने स्पेस साइंस के नये पाठ्यक्रम के लिए स्वयं को तैयार किया है। संस्थान ने रोबोटिक साइंस तथा ड्रोन टेक्नोलॉजी के डिग्री कोर्स संचालित किये हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि के0आई0ई0टी0 जैसे संस्थान न्यू एज कोर्स के साथ आगे बढ़कर अपने युवाओं को तैयार कर रहे हैं। संस्थान ने स्पेस साइंस का पाठ्यक्रम प्रारम्भ किया है। इसी प्रकार ड्रोन टेक्नोलॉजी में अनेक सम्भावनाएं हैं। जीवन के हर एक क्षेत्र में, चाहे वह इन्फ्रास्ट्रक्चर हो अथवा पी0एम0 गति शक्ति मास्टर प्लान, आर्टीफिशियल इन्टेलीजेन्स बहुत मदद कर सकती है। उत्तर प्रदेश जैसे राज्य में टेक्नोलॉजी के बेहतर उपयोग के कार्य किये गये हैं। वर्ष 2019 के प्रयागराज कुम्भ के दौरान 24 करोड़ श्रद्धालु आये। यह सरकार के सामने एक चुनौती थी।

पहले कुम्भ का मतलब भगदड़, अव्यवस्था तथा गंदगी माना जाता था। हमारी सरकार ने भव्य, दिव्य, स्वच्छ, सुरक्षित तथा सुव्यवस्थित कुम्भ के आयोजन के लिए टेक्नोलॉजी का प्रभावी उपयोग किया। इसके लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का सहारा लिया गया। कुम्भ के आयोजन के लिए आई0सी0सी0सी0 की स्थापना की गयी। कुम्भ में जो भी श्रद्धालु आये, वह प्रभावित होकर गये। यह बताता है कि तकनीक का उपयोग सामान्य नागरिक का जीवन परिवर्तित करने के लिए किया जा सकता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले खेतों में कीटनाशक के छिड़काव किसान स्वयं अपने हाथों से करते थे, इससे वे गम्भीर बीमारियों की चपेट में आते थे। आज ड्रोन के माध्यम से 10 मिनट में एक एकड़ की खेती में, एक समान रूप से, कीटनाशक का छिड़काव किया जा सकता है। इसी प्रकार ट्रैफिक मैनेजमेण्ट, सुरक्षा के लिए तथा भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए टेक्नोलॉजी का बेहतरीन उपयोग हो रहा है। हमें यह याद रखना होगा कि टेक्नोलॉजी मानव द्वारा संचालित हो, मानव टेक्नोलॉजी से संचालित न हो। हम तकनीक के दास न बनें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि तकनीक का मानव के कल्याण, समृद्धि, खुशहाली तथा ईज़ ऑफ लिविंग के लिए उपयोग किया जाए। यह आज की आवश्यकता है। टेक्नोलॉजी को अपने तथा समाज के अनुरूप बनाने का प्रयास करें, उसका गुलाम न बनें। हमारी युवा प्रतिभा सम्पन्न तथा ऊर्जा से ओतप्रोत हैं। उनमें सब कुछ करने का सामर्थ्य है। हमारे ऋषि मुनियों ने कहा है कि ‘अयोग्यः पुरुषो नास्ति, योजकस्तत्र दुलर्भः‘, अर्थात कोई भी अयोग्य नहीं है। हमारे युवा देश व दुनिया में जहां कहीं भी गये हैं, वहां उन्होंने सफलता के झण्डे गाड़े हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द युवा शक्तिकरण योजना के अन्तर्गत प्रदेश के 02 करोड़ युवाओं को तकनीकी दृष्टि से सक्षम बनाने के लिए टैबलेट व स्मार्टफोन देने का कार्य किया जा रहा है। इसके माध्यम से शासन की योजनाओं और पाठ्यक्रम की जानकारी उपलब्ध हो सकेगी। हमें दिन भर टैबलेट व स्मार्टफोन पर खर्च करने के बजाए मैन्युअली कार्य करने का अभ्यास करना चाहिए। यह आज की आवश्यकता है कि टेक्नोलॉजी हमारे द्वारा संचालित हो, हम उसके द्वारा संचालित न हों।

मुख्यमंत्री ने कहा कि के0आई0ई0टी0 ने एक योग्य योजक के रूप में अपने दायित्व का निर्वहन किया है। जिन छात्रों को आज यहां बी0टेक, एम0टेक, बी0 फार्मा, एम0 फार्मा तथा एम0सी0ए0 की डिग्री मिली है, उनके मन में एक जज्बा है। उन्होंने बहुत अच्छा किया है। के0आई0ई0टी0 जैसे संस्थान से डिग्री लेकर वह अपने नये जीवन में प्रवेश कर रहे हैं। प्रदेश में बहुत सारी संभावनाएं हैं। फार्मा, डिफेंस कॉरिडोर सहित अलग-अलग क्षेत्रों में प्रदेश कार्य कर रहा है। युवाओं को उनकी प्रतिभा के प्रदर्शन के लिए केन्द्र व राज्य सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से मंच उपलब्ध करा रही है।

इस अवसर पर केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वी0के0 सिंह, प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेन्द्र कश्यप, विधायक अतुल गर्ग सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, ए0के0टी0यू0 के वाइस चांसलर प्रो0 जे0पी0 पाण्डेय, संकाय सदस्य, विद्यार्थी एवं स्टार्टअप उद्यमी उपस्थित थे।