वोटर लिस्ट अपडेशन: आगामी 2024 लोकसभा चुनाव में आयोग के लिए बना बड़ा सिर दर्द

Lucknow
Vishal Saxena

आज वोटर लिस्ट अपडेशन और उससे जुड़ी समस्याओं के समाधान पर होगी चर्चा, हमारे विशेष संवाददाता विशाल सक्सेना की एक विशेष रिपोर्ट जिसमें कई समस्याओं के समाधान को खोजा गया, आइए एक नजर डालते हैं:

सर्वप्रथम हम अपने पाठकों को अवगत करा दे कि वह इस वेबसाइट के माध्यम से https://voters.eci.gov.in अपने आप को वोटर लिस्ट में पंजीकृत करा सकते है। एवं पंजीकरण होने के पश्चात वोटर लिस्ट में किसी भी परिवर्तन या अपडेशन हेतु आप एंड्रॉयड एप जो वोटर हेल्पलाइन के नाम से प्ले स्टोर पर उपलब्ध है, डाउनलोड करके अपडेशन का कार्य कर सकते हैं।

कहते है, समस्या है तो समाधान भी है, और इस समस्या का अंदाजा कहीं ना कहीं चुनाव आयोग के अधिकारी एवं उत्तर प्रदेश प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों को भी है, और हो भी क्यों ना, एक निष्पक्ष सरकार बनाने के लिए निष्पक्ष तौर पर चुनाव कराना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है। प्रशासन द्वारा वेबसाइट एवं एंड्राइड ऐप के माध्यम से निवासियों को वोटर लिस्ट मे पंजीकृत करने का कार्य काफी समय से किया जा रहा है परंतु वह पूरा नहीं पड़ रहा है।

यह समस्या सिर्फ चुनाव आयोग की ही नहीं बल्कि क्षेत्र में रहने वाले तमाम निवासियों की भी है जिनका वोटर लिस्ट में नाम न होने के कारण लोग वोट डालने से वंचित रह जाते हैं और इस बात का फर्क क्षेत्र के, प्रदेश के एवं राष्ट्र के विकास पर भी पड़ता है।

सबसे ज्यादा समस्याएं हाई राइज अपार्टमेंट में आती हैं जहां पर रेजिडेंट्स से सीधे संपर्क नहीं हो पाता। हाई राइज अपार्टमेंट में हाईटेक सिक्योरिटीज भी आती है जहां किसी भी बाहरी व्यक्ति को अपार्टमेंट के अंदर परमिशन न मिलने के कारण चुनाव आयोग के बीएलओ जो मतदाता सूची में निवासियों के नाम को पंजीकृत करने का काम करते हैं वह इन अपार्टमेंट के अंदर जाने से वंचित रह जाते है और उन तमाम निवासियों का वोटर लिस्ट में नाम अपडेट नहीं हो पाता है।

अब यह समस्या एक जटिल एवं पेचीदा समस्या है और इसके समाधान के लिए क्षेत्र के एक-एक अपार्टमेंट को मैप करने की जरूरत थी। इस मामले को संज्ञान में लेते हुए जिलाधिकारी लखनऊ ने सभी एसडीएम के साथ बैठक करी और हाई राइज अपार्टमेंट में रहने वाले निवासियों के नाम को पंजीकृत करने के लिए अलग विंग बनाया। जिलाधिकारी, लखनऊ के दिशानिर्देश पर लखनऊ के सभी विधान सभा क्षेत्रों में एसडीम की नियुक्ति कर उनको चुनाव आयोग से संबंधित सभी कार्यों को सफलतापूर्वक संपन्न कराने का कार्य सौंपा गया।

इसी संदर्भ मे सरोजिनी नगर, वृंदावन एवं अवध विहार क्षेत्र का कार्य एसडीएम सचिन वर्मा को सौंपा गया एवं उनकी अध्यक्षता में एक बैठक रखी गई जिसमे नायाब तहसीलदार गोवर्धन शुक्ला मुख्य अधिकारी एवं अंशुमन द्विवेदी क्षेत्र के मुख्य संचालक के तौर पर उपस्थित रहे।

शीर्ष अधिकारियों के साथ हुई बैठक में वृंदावन रेजिडेंट फेडरेशन के संयोजक आर. एम. अग्रवाल, सह संयोजक विशाल सक्सेना, कर्नल रॉय, सांवरिया सिंह एवं सुधांशु श्रीवास्तव  ने हिस्सा लिया। आपको अवगत करा दे वृंदावन रेजिडेंट फेडरेशन सरोजिनी नगर, वृंदावन एवं अवध विहार क्षेत्र के कई मल्टी स्टोरी अपार्टमेंट सोसाइटीज को मिलाकर कर बनी है, यह फेडरेशन सोसाइटीज मे रहने वाले लोगों के उत्थान एवं उनसे जुड़ी कॉमन समस्याओं के निस्तारण के लिए हमेशा प्रयासरत रहती है।

इस बैठक में वृंदावन रेजिडेंट फेडरेशन ने बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए अपने साथ जुड़ी सोसाइटीज के सभी निवासियों के नाम को पंजीकृत कराने हेतु पहल करी जिसके अंतर्गत सभी सोसाइटीज में कैंप लगाए जाएंगे। इस बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि चुनाव आयोग के बीएलओ वृंदावन रेजिडेंट फेडरेशन से सीधे संपर्क में रहेंगे जिससे बूथ लगने की जानकारी, वोटर लिस्ट में अपडेशन का कार्य, पेंडिंग एप्लीकेशन जैसी तमाम जानकारियां सीधे तौर पर साझा की जा सकेगी। इससे पेंडिंग पड़ी एप्लीकेशंस को ट्रैक करने में आसानी होगी और रुके हुए कार्यों को संपन्न कराया जा सकेगा।

चुनाव आयोग के अधिकारियों ने इस समस्या के समाधान के लिए वृंदावन रेजिडेंट फेडरेशन का धन्यवाद किया और एक ऐसा प्लेटफॉर्म बिल्ड करने की शुरुआत हुई जिसमें प्रशासनिक अधिकारी एवं रेजिडेंट्स साथ मिलकर इस महत्वपूर्ण कार्य को संपन्न करेंगे ताकि कोई भी क्षेत्र का स्थाई निवासी वोट डालने से वंचित ना रह पाए।