(www.arya-tv.com) यूपी में विधानसभा चुनाव 2022 के सातवें चरण का मतदान संपन्न हो गया है। यूपी के इस चुनाव में कुछ सियासी चेहरे चर्चाओं में बने रहे।उन सियासी चेहरों से सियासत का समीकरण बदलेगा।इन सियासी चेहरों की गतिविधियां सियासी समीकरणों पर कितना प्रभाव डालेंगी इस बात का पता तो चुनाव परिणाम आने पर ही पता चलेगा।लेकिन सुर्खियों में बने रहे ये चेहरे पार्टी और सियासत में अंदरखाने तक दखल रखते है।आइए जानते बरेली मंडल के उन चेहरों के बारे में जो सियासत में ऐसी ही दखल रखते है।
हम बात करते है बरेली मंडल के बदायूं के विधानसभा क्षेत्र की।जहां से भाजपा सांसद संघमित्रा मौर्य है।जो सियासत के बडे़ चेहरों में शुमार स्वामी प्रसाद मौर्य की पुत्री है।पिता स्वामी प्रसाद मौर्य के विधानसभा चुनाव में पार्टी छोड़ने और समाजवादी पार्टी के ज्वाइन करने के बाद भाजपा सांसद संघमित्रा मौर्य का नाम तेजी से छाया।फेसबुक पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया देने वाली संघमित्रा मौर्य ने पिता और पार्टी को लेकर अपने इरादे जता दिए थे।लेकिन विधानसभा चुनाव के छठे चरण के पहले कुशीनगर में हुए स्वामी प्रसाद मौर्य के काफिले में हमले के बाद सांसद पुत्री संघमित्रा मौर्य ने तीखी टिप्पणी के साथ बदायूं के भाजपा नेताओं को चेतावनी दी थी।
पीलीभीत सांसद वरूण गांधी को भी नजर अंदाज नहीं किया जा सकता। पूरे विधानसभा चुनाव भर वह इंटरनेट मीडिया पर सक्रिय रहे।ट्विटर पर किसानों के मुददों से लेकर रोजगार तक, टीईटी से लेकर विजय माल्या तक मामला कोई भी हो अपने तीखे सवालों और पोस्ट के जरिए सुर्खियों में लगातार बने रहे।उनकी इंटरनेट मीडिया पर यह सक्रियता सियासत को किस हद तक प्रभावित करेगी। इस बात का पता तो परिणाम आने के बाद ही चल सकेगा।