मिनहाज ने मोबाइल की बैटरी में किया था ब्लास्ट:चाइनीज चार्जर से बैड पॉवर विधि का किया था इस्तेमाल

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(www.arya-tv.com)लखनऊ में 11 जुलाई को गिरफ्तार संदिग्ध आतंकी मिनहाज अहमद ने छापेमारी की भनक लगते ही उसने मोबाइल में चाइनीज चार्जर लगाकर उसे शार्ट कर दिया था। जिससे कुछ ही देर में मोबाइल में हाईवोल्टेज सप्लाई होने से बैटरी शार्ट होने से जल गई। एटीएस की टेक्निकल टीम डेटा रिकवर करने में जुटी है। एटीएस टीम आतंकियों को असलहा सप्लाई करने वाले आफाक की तलाश कर रही है। जिसने आतंकी संगठन अलकायदा की विंग अंसार अलकायदा हिंद (एजीएच) के आतंकियों को पिस्टल सप्लाई की थी।
बैड पावर चाइनीज चार्जर की विधि के इस्तेमाल करने की आशंका
साइबर एक्सपर्ट अमित दुबे बताते हैं कि किसी ऐप और ज्यादा पावर देने वाले चार्जर का इस्तेमाल कर मोबाइल को पलक झपकते जलाया जा सकता है। इसके लिए कुछ चाइनीज एप व चार्जर के विषय में पिछले दिनों खुलासा हुआ। एटीएस सूत्रों के मुताबिक पिछले दिनों के जांच में भी सामने आया था कि चाइना में इस तरह का चार्जर बना है। जिसके प्रयोग करते ही मोबाइल जल जाता है। उसका नाम बैड पावर रखा गया था। इसके लिए चार्जर के फर्मवेयर को करप्ट कर दिया जाता है। जिसके इस्तेमाल करते ही फोन में आग लगाई जा सकती है। इसमें चार्जर फोन में एक्ट्रा पावर भेजता है, जिससे मोबाइल में आग लगने के साथ ही बैट्री तक ब्लास्ट हो जाती है।

हैदराबाद की लैब भी नहीं खोल पा रही आतंकी के मोबाइल के राज
एटीएस सूत्रों के मुताबिक मिनहाज के मोबाइल का डाटा रिकवर करने में हैदराबाद फॉरेंसिक लैब को भी अभी कुछ खास सफलता हाथ नहीं लगी है। हालाकि उम्मीद की जा रही है जल्द कुछ डाटा रिकवर हो जाएगा। एटीएस ने लखनऊ फॉरेंसिक लैब में डाटा रिकवर न होने पर मोबाइल को हैदराबाद फॉरेंसिक लैब भेजा गया था। मिनहाज ने दुबग्गा स्थित घर पर छापेमारी के दौरान अपना मोबाइल जला दिया था। कैसे जलाया इसका अभी तक राज बना हुआ है।

असलहा सप्लाई करने वाले आफाक के हैदराबाद में लोकेशन
एटीएस सूत्रों के मुताबिक मिनहाज को असलहा दिलवाने वाला आफाक की लोकेशन हैदराबाद मिल रही है। उसकी तलाश में एक टीम हैदराबाद के लिए रवाना कर दी गई है। इसके साथ ही लखनऊ व कानपुर के सात अन्य लोगों के नाम सामने आए हैं। जिन्होंने इन लोगों को कारतूस, बारूद व मोबाइल फोन दिलाने में मदद की थी। उन लोगों के विषय में इनपुट जुटाए जा रहे हैं। दूसरी तरफ एटीएस की टीम उन दुकानों पर भी जाकर पूछताछ की जहां से कुकर, बैटरी व तार खरीदे जाने की बात सामने आ रही थी। टीम की पुराने लखनऊ में कुछ लोगों पर लगातार नजर है। जहां पर आतंकी मिनहाज ने पिस्टल ली थी।

एटीएस ने छापेमारी के जगह के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले
एटीएस ने आतंकियों के आने जाने वाले रास्तों व ठिकानों के आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले। जहां से इनकी गतिविधियों व मिलने वालों के विषय में जानकारी मिल सके। शहर के बाहर जाने वाले टोल व नाकों पर लगे कैमरों के भी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।

​​​​​​​11 जुलाई को हुई थी आतंकी मिनहाज व साथी की गिरफ्तार
11 जुलाई को एटीएस ने दुबग्गा से मिनहाज और मड़ियांव से मसीरूद्दीन को गिरफ्तार किया था। उसके बाद इनकी निशान देही पर शकील, मुस्तकीम, मुईद को पकड़ा गया था। जिसके बाद सभी का आमना सामना कराकर एटीएस इनके आका तक पहुंचने के लिए सुराग तलाश रही है। इनके कब्जे से प्रेशर कुकर बम, पिस्टल व बारूद बरामद हुआ था। एटीएस को इनकी 14 दिन की रिमांड मिली थी।