आर्यकुल कॉलेज में मनाया गया विश्व मलेरिया दिवस

Lucknow

लखनऊ के बिजनौर स्थित आर्यकुल कॉलेज में विश्व मलेरिया दिवस मनाया गयाI विश्व मलेरिया दिवस हर साल 25 अप्रैल को मनाया जाता है। हर साल यह दिवस मलेरिया को नियंत्रित करने और अंततः ख़त्म करने के वैश्विक प्रयासों के बारे में जागरूक करने के लिए मनाया जाता है। इसे 2007 की विश्व स्वास्थ्य सभा के दौरान विश्व स्वास्थ्य संगठन के सदस्य राज्यों द्वारा स्थापित किया गया थाI विश्व मलेरिया दिवस पहली बार 2008 में आयोजित किया गया था। इस वर्ष की थीम “अधिक न्यायसंगत दुनिया के लिए मलेरिया के खिलाफ लड़ाई में तेजी लाना” के तहत आर्यकुल महाविद्यालय में रैली का आयोजन किया गयाI इस रैली में छात्र-छात्राओं ने बढ-चढ कर हिस्सा लियाI रैली के दौरान मलेरिया को जड़ से खत्म करने के लिए जोश के साथ नारे लगायें।

“आर्यकुल ने ठाना है, मलेरिया को हराना है”, “दूर होगी डेंगू मलेरिया की बीमारी, जब सब लेंगे अपनी-अपनी जिम्मेदारी”, जन-जन का हो एक ही नारा, मलेरिया मुक्त हो देश हमारा जैसे नारों के साथ इस रैली का नेतृत्व किया गया। हम आपको बता दे की मलेरिया एक गंभीर और घातक बीमारी है जो की प्लास्मोडियम जीनस के परजीवियों के कारण होता है। यह संक्रमित मादा एनोफिलीज मच्छरों के काटने से मनुष्यों में फैलता है। मलेरिया के लक्षणों में आमतौर पर बुखार, ठंड लगना, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और थकान शामिल हैं।

इस अवसर पर आर्यकुल कॉलेज के प्रबंधक निदेशक डॉ. सशक्त सिंह ने कहा की विश्व मलेरिया दिवस पर मलेरिया के खिलाफ रोकथाम के उपायों के बारे में जागरूकता बढ़ती है और जनता यह सुनिश्चित करने में सक्षम हो पाती हैं कि हम इस बीमारी से कैसे बच सके। इस बिमारी से बचने के लिए हमें कुछ रोकथाम युक्तियों को अपनाना चाहिए जैसे की मच्छरदानी का प्रयोग करें, कीट निरोधक लगाएं, लंबी बाजू के कपड़े पहनें, रुके हुए पानी को दूर करें, इनडोर अवशिष्ट छिड़काव (आईआरएस) का उपयोग करें, मलेरिया रोधी दवा लें इत्यादि।

इस अवसर पर आर्यकुल ग्रुप ऑफ कॉलेज के फार्मेसी विभाग के उप निदेशक डॉ. आदित्य सिंह, प्रबंध- पत्रकारिता एवं शिक्षा विभाग की उप निदेशक डॉ. अंकिता अग्रवाल, शिक्षा विभाग के एचओडी प्रणव पांडे, शिक्षा विभाग के प्राचार्य एस.सी.तिवारी, पत्रकारिता विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. रेखा सिंह, सह – प्राध्यापक प्रियंका केशरवानी, सह – प्राध्यापक डॉ. स्नेहा सिंह, सह – प्राध्यापक डॉ. अंकिता श्रीवास्तव, सह – प्राध्यापक ममता पांडे, सहायक प्रोफेसर इंद्र देव पांडे, सह – प्राध्यापक अंशिका शुक्ला, वर्तिका सिंह, निकिता गुप्ता, माधुरी शुक्ला, दीप्ति सिंह, शिक्षक व्योमा सेठ, आकांशा सैनी, मोहिनी सिंह, अनामिका ओझा के साथ अन्य शिक्षक गण, स्टाफ उपस्थित रहे।