बरेली में पुलिस चौकी में सिपाही को गोली मारने की घटना

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(www.arya-tv.com)  बरेली में पुलिस चौकी में घुसकर शुक्रवार रात सिपाही को गोली मारने की घटना में जहां दोनों आरोपी यशपाल और विकास मुठभेड़ के बाद अरेस्ट किए गए। आरोपी यशपाल पुलिस का सरकारी फॉलोअर निकला, जबकि विकास फॉलोअर का बेटा है। दोनों के खिलाफ कैंट थाने में दो केस दर्ज कराए गए गये हैं। एक मुकदमा गोली लगने से घायल सिपाही विशाल की तरफ से दर्ज कराया गया है। वहीं दूसरा केस थाना प्रभारी बलवीर सिंह ने मुठभेड़ का दर्ज कराया है।

शुक्रवार शाम को चौकी में घुसकर की थी फायरिंग
बरेली में कैंट थाना क्षेत्र के नकटिया पुलिस में फायरिंग की घटना की गई। जहां एक बदमाश ने चौकी में पूछा दरोगा जी हैं क्या। वहां मौजूद सिपाही विशाल ने कहा कि दरोगा जी नहीं है, शराब के नशे में यहां कैसे आ गया। इसी बात पर एक बदमाश ने तमंचा निकालकर फायरिंग कर दी। तमंचे से चलाई गई गोली लोहे की अलमारी से टकराकर सिपाही विशाल की कमर के पास लगी। दोनों बदमाश बाइक लेकर फरार हो गये। सीसी टीवी फुटेज और बाइक के नंबर के आधार पर दोनों को शनिवार सुबह मुठभेड़ के बाद पकड़ा गया।

PAC का फॉलोअर है यशपाल

एसएसपी ने बताया कि दोनों आरोपियों से पूछताछ में पता चला है कि शुक्रवार शाम को दोनों ने पहले बैठकर शराब पी, उसके बाद पॉपकॉर्न एक दुकान से खरीदे, और दोनों ने पहले पुलिस चौकी के पास पॉपकॉर्न खाए। शराब के नशे में यशपाल अंदर पहुंचा। चौकी में तैनात सिपाही ने जब कहा कि यहां शराब के नशे में आ गया, इस पर सिपाही और यशपाल ने कहा मैं भी पुलिस का आदमी हूं, और पूरे जिले की पुलिस मुझे जानती है।

इसी बात से आक्रोशित होकर यशपाल चौकी से बाहर निकला और बाइक में रखे तमंचे को निकाल कर ले गया। चौकी में सिपाही पर गोली चला दी। दोनों आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि पहले से चौकी पर तैनात सिपाही या दरोगा से विवाद नहीं था।

इस घटना से कुछ देर पहले कैंट चौपले पर एक डॉक्टर को भी इन्होंने तमंचा दिखाकर गाली गलौज की थी। यशपाल पीएसी की 8 वी वाहिनी बरेली में फॉलोअर है, जो बरेली के भुता थाना क्षेत्र के रमपुरा प्रवीन गांव का रहने वाला है। जबकि दूसरा आरोपी विकास कश्यप सिकलापुर गांव का है, जो पीएसी 8 वाहिनी में रहता है। विकास के पिता भरत भी फॉलोअर हैं।

पीएसी के सिपाही से खरीदे थे तमंचे कारतूस

आरोपी यशपाल जो पीएसी बटालियन का सरकारी फॉलोअर है ने पूछताछ में बताया कि यह तमंचे और कारतूस कई माह पहले हमने पीएसी आठवीं वाहिनी के सिपाही रमनपाल से खरीदे थे। इसी तमंचे से शुक्रवार रात को पुलिस चौकी में घुसकर फायरिंग की गई। कुछ दिन पहले ही सिपाही रमनपाल का बरेली से पीलीभीत ट्रांसफर हो गया। अब बरेली पुलिस पीएसी के सिपाही रमनपाल से भी पूछताछ करेगी।