(www.arya-tv.com) सरोजनीनगर विधायक डॉ राजेश्वर सिंह ने अपने राजनीति के बहुत कम समय में ही लोगों के दिलों में बड़ी जगह बना ली है, उसका कारण है उनका क्षेत्रीय जनता के हर सुख दुःख में भागीदार होना। चाहे समस्या कितनी भी बड़ी क्यों न हो डॉ राजेश्वर सिंह हर संभव मदद करने से पीछे नहीं हटते।
नटकुर में आयोजित 44वां आपका विधायक आपके द्वार कार्यक्रम के दौरान विधायक डॉ राजेश्वर सिंह को जैसे ही सूचना प्राप्त हुई कि 3 बच्चों के सिर से माता पिता का साया उठ जाने के कारण वे अत्यंत कठिनाई में हैं तत्काल उन्होंने 10 हज़ार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान कर हर संभव मदद तथा सरकारी योजनाओं से लाभान्वित कराने का आश्वासन दिया।
बता दें विधायक डॉ राजेश्वर सिंह द्वारा क्षेत्रीय जनता के समस्याओं के समाधान हेतु ‘आपका विधायक आपके द्वार’ जनसुनवाई शिविर का आयोजन हर रविवार सरोजनीनगर के किसी एक गांव में आयोजित किया जाता है, जिसके क्रम में विगत रविवार को (दिनांक 1 अक्टूबर) ग्रामसभा नटकुर में 44वां आपका विधायक आपके द्वार का आयोजन किया गया था,
जहाँ लोगों कि समस्याओं को टीम राजेश्वर द्वारा सुना गया तथा शिविर में प्राप्त सभी समस्याओं के निस्तारण का आश्वासन दिया गया। इस दौरान भाजपा के मण्डल मीडिया प्रभारी पवन सिंह ने छोटे बच्चों पलक,पायल और अनुराग के बारे में टीम राजेश्वर को अवगत कराया, जिनके पिता शैलेश कुमार साहू तथा उनकी पत्नी की बीते दिनों मृत्यु हो गई थी।
उन बच्चों की कठिनाइयों की जानकारी जब विधायक डॉ राजेश्वर सिंह को प्राप्त हुई तो उन्होंने अपने टीम द्वारा तत्काल आर्थिक सहायता पहुचवाई। साथ ही हर संभव मदद तथा सरकारी योजनाओं से लाभान्वित कराये जाने का आश्वासन दिया।
44वें आपका विधायक आपके द्वार जन सुनवाई शिविर के टीम राजेश्वर ने पूरी जनता की समस्याओं को सुना व उ उनकी समस्याओं के तत्काल निस्तारण हेतु संबंधित अधिकारीयों से वार्ता कर दिशा – निर्देश तय किये व निस्तारण का पूर्ण आश्वासन दिया गया।
इस दौरान ‘गांव की शान’ पहल के अंतर्गत इंटरमीडिएट परीक्षा में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाली गांव की 2 मेधावी छात्राओं सलोनी पटवा (95.6%) व नैंसी वर्मा (89.8%) तथा 2 मेधावी छात्रों गौरव अवस्थी (80.6%) व सर्वेन्द्र कुमार राजपूत (75%) को साइकिल व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान नटकुर गांव के वयोवृद्ध ठाकुरा (90 वर्ष) से मिलकर उन्हें सम्मानित किया गया। वहीं खेल संसाधनों के प्रसार तथा खेल प्रतिभाओं को अवसर प्रदान करने हेतु गांव में यूथ क्लब का गठन कर युवाओं को खेल संसाधन उपलब्ध कराया गया।