कृषि विभाग की लाभार्थीपरक योजनाओं से किसानों को लाभान्वित करने हेतु कार्यक्रम का आयोजन

Lucknow
(www.arya-tv.com)मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  ने कहा कि राज्य में किसी भी अन्नदाता किसान को कहीं भी समस्या न हो यह प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। डबल इंजन की सरकार संकट के समय अपने अन्नदाता किसानों के साथ खड़ी है। सरकार की संवेदनशीलता की कसौटी को विपत्ति के समय अपने नागरिकों का सम्बल बनकर खड़ा होने से ही समझा व देखा जा सकता है।
मुख्यमंत्री  कृषि विभाग की लाभार्थीपरक योजनाओं से किसानों को लाभान्वित करने हेतु आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज अन्त्योदय के प्रणेता पं0 दीन दयाल उपाध्याय जी की जयन्ती है। उन्होंने समाज के अन्तिम पायदान पर बैठे व्यक्ति के लिए अपना सम्पूर्ण जीवन प्रदान किया था। इस अवसर पर आज अन्नदाता किसानों को उन्नतशील बीजों के वितरण कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ है। साथ ही, फसल बीमा के लाभार्थियों को पॉलिसी, सोलर सिंचाई पम्प के लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र एवं राजकीय प्रक्षेत्रों हेतु ट्रैक्टर उपलब्ध कराये गये हैं। शासन द्वारा इन सभी योजनाओं का लाभ प्रत्येक जनपद में कैम्प लगाकर व्यापक प्रचार-प्रसार करके अन्नदाता किसानों को पहुंचाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री  ने कहा कि पूरी दुनिया ने विगत ढाई वर्ष में इस सदी की सबसे बड़ी महामारी का सामना किया है। कोरोना महामारी के दौरान पूरी दुनिया संकट में थी। सभी देश अपने-अपने तरीके से इस महामारी से लड़ रहे थे। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कोरोना प्रबन्धन का जो मॉडल दुनिया को दिया उसकी सर्वत्र सराहना हुई है। देश में सभी को निःशुल्क टेस्ट, उपचार व टीका उपलब्ध कराया गया। साथ ही, देश के 80 करोड़ लोगों को निःशुल्क राशन की सुविधा भी उपलध करायी गई। इस दौरान श्रमिकांे को भरण-पोषण भत्ता, अन्नदाता किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ दिया गया। इस तरह के कार्यक्रम दुनिया में सिर्फ भारत में क्रियान्वित किये गये।
मुख्यमंत्री  ने कहा कि कोरोना महामारी के सामने एक मात्र कृषि क्षेत्र दृढ़ता के साथ खड़ा था, किसान बिना भेदभाव के किसी भी व्यक्ति को राशन उपलब्ध कराने में अपनी भूमिका का निर्वहन करता रहा। किसानों के परिश्रम और पुरुषार्थ का परिणाम था कि किसी भी व्यक्ति की महामारी के दौरान भुखमरी से मौत नहीं हुई। प्रधानमंत्री जी के प्रबन्धन और किसानों के परिश्रम से पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न की उपलबधता रही। उस दौरान प्रदेश सरकार किसानों के सहयोग के लिए तत्पर थी। कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना के साथ ही, खेतों में गेहूं की खड़ी फसल की कम्बाइन मशीन के माध्यम से कटाई करायी गई। साथ ही, गेहूं को क्रय केन्द्र तक पहुंचाने की व्यवस्था सुनिश्चित की गई। मार्च, 2020 से इस कार्य को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाया गया। प्रदेश में गन्ना किसानों को भी विशेष सुविधाएं प्रदान की गईं। सभी 119 चीनी मिलों का सफल संचालन कराया जाता रहा।

इस अवसर पर कृषि उत्पादन आयुक्त  मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव कृषि  देवेश चतुर्वेदी सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी एवं किसान उपस्थित थे।