मुख्यमंत्री ने राज्य स्तरीय गौ-आधारित प्राकृतिक खेती कार्यशाला-2022 का शुभारम्भ किया

Lucknow UP
  • बृजेश कुमार मिश्रा उर्फ पंडित जी
(www.arya-tv.com)उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  ने कहा कि राज्य स्तरीय गौ-आधारित प्राकृतिक खेती के लिए विशेष कार्यशाला का आयोजन भारत की आस्था को बचाने के साथ-साथ धरती माता को उसके वास्तविक स्वरूप में बनाये रखने का एक अभियान है। प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी  की प्रेरणा व मार्गदर्शन में इस अभिनव कार्यक्रम को गुजरात के राज्यपाल  आचार्य देवव्रत द्वारा बढ़ाया जा रहा है। आचार्य जी का सानिध्य इस कार्यक्रम हेतु पूरे देश को प्राप्त हो रहा है।
मुख्यमंत्री  इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित राज्य स्तरीय गौ-आधारित प्राकृतिक खेती कार्यशाला-2022 का शुभारम्भ करने के पश्चात अपने विचार व्यक्त रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने प्राकृतिक खेती विधा में उत्कृष्ट कार्यों के लिए 05 कृषकों को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि विश्व में भारत एक कृषि प्रधान देश माना जाता रहा है। कृषि प्रधान अर्थव्यवस्था का आधार भारत का गोवंश रहा है। आधुनिक तकनीक आने के पहले भारतीय किसान पुरातन काल से ही गोवंश आधारित खेती करते थे।
मुख्यमंत्री  ने कहा कि यूरोप में औद्योगिक क्रान्ति एवं भारत में ब्रिटिश शासन में परम्परागत खेती-किसानी पर प्रहार के फलस्वरूप कृषि का पराभव शुरू हुआ। आजादी के बाद देश में खाद्यान्न की आत्मनिर्भरता का लक्ष्य प्राप्त किया गया। उन्होंने कहा कि नौजवानांे के कैंसर, किडनी, लीवर आदि की गम्भीर बीमारियों से ग्रसित होने पर उनकी प्रतिभा व ऊर्जा का लाभ समाज को नहीं मिल पाता। इन गम्भीर बीमारियों का प्रमुख कारण बड़े पैमाने पर रासायनिक उर्वरकों एवं कीटनाशकों का कृषि क्षेत्र में हो रहा प्रयोग है, जो खाद्यान्न को संदूषित कर देता है। इन बीमारियों से बचने के दो उपाय हैं। एक भारतीय नस्ल के गोवंश को बचाना और दूसरा गौ-आधारित प्राकृतिक खेती करना है। प्राकृतिक खेती के माध्यम से धरती माता की उर्वरता बढ़ाने के साथ ही भूमि की वास्तविक क्षमता को सुरक्षित व संरक्षित किया जा सकता है।
गुजरात के राज्यपाल  आचार्य देवव्रत ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  सभी के प्रेरणा स्रोत और भारतीय संस्कृति एवं परम्पराओं के पोषक है। 70 वर्ष के बीमारू प्रदेश को मुख्यमंत्री जी ने अपने विल पावर से 05 वर्ष में एक आदर्श राज्य मंे बदला है। उत्तर प्रदेश आज एक मॉडल के रूप में उभरा है। मुख्यमंत्री जी ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने का जो बीड़ा उठाया, वह सराहनीय है।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कृषि मंत्री  सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि उत्तर प्रदेश एक कृषि प्रधान देश है। राज्य की अर्थव्यवस्था में कृषि क्षेत्र का प्रमुख योगदान है। प्रदेश के 68 प्रतिशत लोगों की आजीविका कृषि एवं सम्बद्ध क्षेत्रों पर आधारित है। गौ-आधारित प्राकृतिक खेती, किसान की अर्थव्यवस्था को ताकत देगी। उसकी लागत को घटाएगी।
इस अवसर पर गन्ना विकास मंत्री  लक्ष्मी नारायण चौधरी, उद्यान राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)  दिनेश प्रताप सिंह, कृषि राज्यमंत्री  बलदेव सिंह ओलख, ग्राम्य विकास राज्यमंत्री श्रीमती विजय लक्ष्मी गौतम, मुख्यमंत्री के सलाहकार  अवनीश कुमार अवस्थी, कृषि उत्पादन आयुक्त  मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव कृषि  देवेश चतुर्वेदी सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।