महात्मा गांधी, लाल बहादुर शास्त्री , दीन पासी की जयंती पर बाल्मिकी समाज के साथ आयोजित कार्यक्रम

UP

(www.arya-tv.com) आज दिनांक 2 अक्टूबर 2023 को शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष आदर्श अग्रवाल के नेतृत्व में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री तथा भारतीय संविधान सभा के सदस्य व पूर्व सांसद मसूरिया दीन पासी की जयंती पर बड़ीहाट स्थित बाल्मिकी मंदिर में विभिन्न कार्यक्रम बाल्मिकी समाज के साथ आयोजित हुए।

 

मंदिर परिसर में पूजन करके धुलाई व सफाई की गई। इसके पश्चात राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री तथा भारतीय संविधान सभा के सदस्य व पूर्व सांसद मसूरिया दीन पासी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करके श्रद्धांजलि दी गई।उत्तर प्रदेशीय सफाई मजदूर संघ बाल्मिकी समाज के अध्यक्ष मोनू बाल्मिकी ने शहर अध्यक्ष आदर्श अग्रवाल का पगड़ी बांधकर स्वागत किया।

कार्यक्रम के दौरान बाल्मिकी समाज के लोगों को चाय-बिस्कुट व जलपान भी कराया गया।शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष आदर्श अग्रवाल ने कहा कि महात्मा गांधी एक साधारण व्यक्ति से असाधारण पुरुष बने। उनकी इस यात्रा के पीछे काल का बल था, संयोगों की अनुकूलता थी, साथ ही यह भी एक सच्चाई है कि उनमें कुछ ऐसी विशेषताएं थीं जिसने उनकी इस यात्रा में मदद की। गांधीजी को आत्म-मूल्यांकन करने की बचपन से आदत थी, वे हर किस्से में आत्म-मूल्यांकन करते थे।

जिन गलतियों के बारे में किसी अन्य को पता भी न हो उनको भी मन के भीतर झांक कर उन्होंने जांचा है। एक व्यक्ति के रूप में गांधीजी की दूसरी विशेषता यह थी कि उनके व्यक्तित्व में तर्क शक्ति और श्रद्धा का अद्भुत मेल था। सामान्यतया वे बुद्धिगम्य बात ही का स्वीकार करते, उन्होंने अपने असाधारण कार्यों एवं अहिंसावादी विचारों से पूरे विश्व की सोच बदल दी। आज़ादी एवं शांति की स्थापना ही उनके जीवन का एक मात्र लक्ष्य था।

और हरित क्रांति के जनक लाल बहादुर शास्त्री ने भारत की आजादी के लिए महात्मा गांधी के साथ कई राष्ट्रीय आन्दोलनों में भाग लिया।लाल बहादुर शास्त्री ने दूध के उत्पादन और आपूर्ति को बढ़ाने के लिए श्वेत क्रांति जैसा राष्ट्रीय अभियान चलाया। उसके बाद शास्त्री जी ने किसानों के लिए हरित क्रांति का आव्हान किया।मसुरिया दीन पासी का जन्म इलाहाबाद में हुआ था। उन्हें कई मामलों में जेल हुई।वह 1946 में भारत की संविधान सभा के लिए चुने गए।

1952 और 1957 में उन्हें फूलपुर से और 1962 और 1967 के आम चुनावों में चायल लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा के लिए चुना गया। वह कांग्रेस पार्टी के सदस्य रहे। कैसरगंज विधानसभा की पूर्व प्रत्याशी गीता सिंह ने कहा कि गांधी जी द्वारा स्वतंत्रता और शांति के लिए शुरू की गई इस लड़ाई ने भारत और दक्षिण अफ्रीका में कई ऐतिहासिक आंदोलनों को एक नई दिशा प्रदान की।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य पयागपुर विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी मेजर राना शिवम सिंह ने कहा कि कुछ तथाकथित लोग गांधी के विचारों को कुचलना चाहते हैं जो देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है, गांधी के विचार ही हिंदुस्तान की धड़कन हैं। गांधी और शास्त्री से देश के प्रति समर्पण भाव की प्रेरणा मिलती है।

इस अवसर पर पूर्व जिला उपाध्यक्ष मुकुंद जी शुक्ल शेरा, हसन इश्तियाक, जिला सचिव हमजा शाहिद, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य अमर नाथ शुक्ल, मो. इशारत खान, अजीज कादरी, खालिद हिशामी, आशुतोष मिश्र, सलमान, अफरोज सहित तमाम लोग मौजूद रहे।