स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को नमन करने का अवसर : मुख्यमंत्री

Lucknow
  • मुख्यमंत्री ने 74वें गणतंत्र दिवस पर ध्वजारोहण किया
  • मुख्यमंत्री ने मातृभूमि के लिए प्राण न्यौछावर करने वाले अमर शहीदों तथा देशभक्तों को नमन करते हुए भारतीय संविधान के निर्माताओं को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की
  • गणतंत्र दिवस अपनी विरासत के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने, भारत माता के महान सपूतों, अमर बलदानियों तथा
  • हम सभी को लोकतंत्र की उन मूल भावनाओं को समझना होगा, जिसके कारण पूरी दुनिया भारत की ओर आशा भरी निगाहों से देख रही
  • लोकतंत्र की जड़ें भारत में उतनी ही सुदृढ़ व गहरी हैं, जितनी मजबूत मानवता के इतिहास की जड़ें
  • प्रधानमंत्री जी ने 26 नवम्बर की तिथि को ‘संविधान दिवस’ के रूप में आयोजित करने का निर्णय लिया
  • प्रधानमंत्री जी ने देशवासियों के लिए पंचप्रण का संदेश दिया, यह पंचप्रण देश के सभी नागरिकों का कर्तव्य व दायित्व होने के साथ ही जीवन का ध्येय होना चाहिए
  • हम सभी का दायित्व है कि संविधान में बताये गये सभी अनुच्छेदों का ईमानदारीपूर्वक पालन करें
  • जी-20 सम्मेलन से जुड़कर उ0प्र0 भी अपनी बात देश-दुनिया के सामने रख सकता
  • देश आजादी के अमृत महोत्सव के साथ-साथ गणतंत्र दिवस के अमृत महोत्सव की ओर अग्रसर हो रहा
  • भारत को दुनिया की सबसे बड़ी ताकत के रूप में स्थापित करने में उ0प्र0 का महत्वपूर्ण योगदान होगा

(www.arya-tv.com)उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 74वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर उन्होंने मातृभूमि के लिए प्राण न्यौछावर करने वाले अमर शहीदों तथा देशभक्तों को नमन करते हुए भारतीय संविधान के निर्माताओं को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

मुख्यमंत्री  ने कहा कि गणतंत्र दिवस अपनी विरासत के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने, भारत माता के महान सपूतों, अमर बलदानियों तथा स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को नमन करने का अवसर है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के 74वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर हम सभी को लोकतंत्र की उन मूल भावनाओं को समझना होगा, जिसके कारण पूरी दुनिया भारत की ओर आशा भरी निगाहों से देख रही है। आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर देश आजादी का अमृत महोत्सव बड़े उत्साह और उमंग के साथ मना रहा है। लोकतंत्र के इस उत्सव ने हम सभी को इस बात का एहसास कराया कि देश भले ही 15 अगस्त, 1947 को आजाद हुआ, लेकिन लोकतंत्र के प्रति इसकी आस्था आदिकाल से रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर प्रधानमंत्री  ने देशवासियों के लिए पंचप्रण का संदेश दिया है। इनमें गुलामी की मानसिकता से मुक्ति, अपनी विरासत के प्रति सम्मान, विकसित भारत के लिए आगे बढ़ना, एक होकर कार्य करना तथा अपने कर्तव्यों का पालन करना शामिल है। यह पंचप्रण देश के सभी नागरिकों का कर्तव्य व दायित्व होने के साथ ही जीवन का ध्येय होना चाहिए।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 47वीं वाहिनी पी0ए0सी0, गाजियाबाद की सलामी ली। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एस.पी. गोयल, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, गृह एवं सूचना संजय प्रसाद, सचिव मुख्यमंत्री अमित सिंह, सूचना निदेशक शिशिर, अपर निदेशक अंशुमान राम त्रिपाठी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।