ओमीक्रोन जैसा है नया कोरोना वैरिएंट JN.1? क्वारंटाइन से ही चल जाएगा काम, समझिए

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(www.arya-tv.com) देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। कोरोना के नए वेरिएंट जेएन.1 के अब तक 109 केस सामने आ चुके हैं। यह वेरिएंट ओमिक्रॉन सब-वेरिएंट का ही हिस्सा है। इस बीच कर्नाटक ने सभी कोरोना मरीजों के लिए 7 दिन का क्वारंटीन अनिवार्य कर दिय है।]

ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या कोरोना का नया सब-वेरिएंट ओमिक्रॉन जैसा है। नए वेरिएंट से संक्रमण होने वाले लोग क्या घर पर ही आइसोलेशन में रह कर ठीक हो सकते हैं।

92% लोग चुन रहे होम आइसोलेशन

इस बारे में नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वी के पॉल का कहना कि भारत में वैज्ञानिक समुदाय कोरोना वायरस के नए उप-स्वरूप की बारीकी से पड़ताल कर रहा है। राज्यों को टेस्टिंग बढ़ाने तथा अपनी मॉनिटरिंग सिस्टमको मजबूत करने की आवश्यकता है।

वहीं, एक्सपर्ट कह रहे हैं कि कोरोना के नए वेरिएंट में चिंता की कोई बात नहीं है। नए वेरिएंट से संक्रमित लोगों में मृत्यु दर भी काफी कम है। अधिकारियों के अनुसार भले ही मामलों की संख्या बढ़ रही है और देश में ‘जेएन.1’ उप-स्वरूप का पता चला है,

लेकिन तत्काल चिंता का कोई कारण नहीं है क्योंकि संक्रमित लोगों में से 92 प्रतिशत लोग घर में रहकर ही उपचार का विकल्प चुन रहे हैं, जिससे पता चलता है कि नए उप-स्वरूप के लक्षण हल्के हैं।

किस राज्य में कितने केस

26 दिसंबर तक देश में कोविड के नए वैरिएंट JN.1 के कुल 109 मामले सामने आए हैं। इनमें से सबसे अधिक मामले गुजरात से 36 मामले, कर्नाटक से 34, गोवा से 14, महाराष्ट्र से 9, केरल से 6, राजस्थान से 4, तमिलनाडु से 4 और तेलंगाना से 2 मामले सामने आए हैं।

देश में नए वेरिएंट का सबसे पहला मामला केरल से सामने आया था। कोरोना वायरस का जेएन.1 (बीए.2.86.1.1) सब वेरिएंट का पहला केस अगस्त में लक्जमबर्ग में सामने आया था। यह सार्स कोव-2 के बीए.2.86 (पिरोला) का वंशानुगत घटक है।