संकट के समय अपने नागरिकों के साथ हमेशा खड़ा रहा भारत, विकसित देश अपने लोगों को भगवान भरोसे छोड़ा: एस जयशंकर

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(www.arya-tv.com) विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 11 से 13 जून को G20 के विकास मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने वाले प्रतिनिधियों के साथ एक अनौपचारिक बातचीत से पहले बड़ा बयान दिया है उन्होंने वाराणसी में कहा कि भारत संकट के समय विदेशों में अपने नागरिकों के साथ हमेशा खड़ा रहा है, जबकि विकसित देश अपने लोगों को भगवान भरोसे छोड़ देते हैं।

एस जयशंकर इस G20 बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को यानी आज आधिकारिक विचार-विमर्श की शुरुआत में एक विशेष वीडियो संबोधन देने वाले हैं।

विदेश मंत्री जयशंकर ने हाल ही में यूक्रेन और सूडान में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने का जिक्र करते हुए कहा कि ‘यूक्रेन में तो विकसित देशों ने भी अपने नागरिकों को भगवान भरोसे छोड़ दिया। उन्होंने कहा था कि जंग चल रही है और हम इतना ही कर सकते हैं… लेकिन नरेंद्र मोदी सरकार ने हर भारतीय छात्र को उस हालात से बाहर निकालने के लिए पांच मंत्रियों और 90 विमानों को तैनात किया।

इस मौके पर जयशंकर ने पिछले 9 साल में विदेश नीति के बारे में मोदी सरकार के कामकाज के बारे में भी बात की। जयशंकर ने काशी विद्यापीठ विश्वविद्यालय में पार्टी की लोकल यूनिट के भारतीय विदेश नीति: उद्देश्य और विशेषता विषय पर आयोजित कार्यक्रम में छात्रों और बुद्धिजीवियों से बातचीत के दौरान कहा कि आपको याद होगा कि यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाया गया था।

उन्होंने बतया कि देशवासियों को 90 फ्लाइट्स के जरिए यूक्रेन से लाया गया। ऑपरेशन कावेरी के जरिए सूडान में फंसे नागरिकों को भी वापस लाया गया। नेपाल में भूकंप आया था, म्यांमार में तूफान आया था। हर मौके पर भारत ने मदद की।

इससे पहले दिन में जयशंकर ने भाजपा की दलित बूथ अध्यक्ष सुजाता कुमारी के घर नाश्ता किया। उसके बाद उन्होंने कहा कि नाश्ता स्वादिष्ट था। हम वाराणसी में G20 कार्यक्रम कर रहे हैं। जिसमें खाद्य सुरक्षा, अनाज, उर्वरक और बाजरा पर चर्चा होगी।

विदेश मंत्रालय के मुताबिक वाराणसी में G20 की बैठक बढ़ती वैश्विक विकासात्मक चुनौतियों के बीच हो रही है। जो आर्थिक मंदी, कर्ज संकट, जलवायु परिवर्तन, खाद्य और ऊर्जा असुरक्षा और भू-राजनीतिक टकराव सहित कई कारणों से बढ़ गई हैं।

इस बैठक में 200 से अधिक प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं। इसके अलावा G20 के प्रतिनिधियों को वाराणसी की सांस्कृतिक झलक दिखाने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम, प्रदर्शनियों और भ्रमण का भी आयोजन किया गया है। शाम को दशाश्वमेध घाट पर जयशंकर और G20 के प्रतिनिधियों ने गंगा आरती में हिस्सा लिया।