दुजाना के एनकाउंटर के आखिरी 30 मिनट:खेत में दौड़ाई स्कॉर्पियो, खंभे से टकराई

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(www.arya-tv.com) दिन-गुरु वार, तारीख-4 मई, दोपहर का 2 बजकर 45 मिनट। STF ने मेरठ के भोला झाल इलाके में ट्रेस कर गैंगस्टर अनिल दुजाना की स्कार्पियो को रुकवाया। मगर, उसने रोकने के बजाय स्कार्पियो खेत की तरफ दौड़ा दी। करीब 20 मिनट तक ‌‌वह खेतों में स्कार्पियो दौड़ाता रहा। तभी अचानक सामने बिजली का पोल आ गया। स्कार्पियो उससे टकरा गई। भागने के लिए दुजाना स्कार्पियो से उतरा। गाड़ी से बाहर निकलते वक्त दोनों हाथों में पिस्टल लेकर STF टीम पर फायर झोकें दिए।

आखिरकार STF ने जवाबी फायरिंग की। दोनों तरफ से करीब 10 मिनट तक 15 से 20 राउंड गोलियां चलीं। तभी STF की गोली उसके सीने और सिर में  लगी और अनिल दुजाना जमीन पर गिर गया। फिर STF उसे अस्पताल लेकर आई, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। ये बातें STF के एक अफसर ने नाम न छापने की शर्त पर बताई।

दुजाना के खिलाफ 18 मर्डर समेत 62 से ज्यादा केस दर्ज थे। वह गिरोह बनाकर हत्या और लूट की वारदात करता था। अफसर ने बताया कि STF के पास पिछले 10 दिनों से इनपुट था कि जमानत पर छूटने के बाद दुजाना पश्चिमी यूपी में घूम रहा है। यह भी सूचना थी कि अनिल दुजाना ने मुजफ्फरनगर में किसी की हत्या की सुपारी ली है। जमानत पर बाहर आने के बाद वह कभी भी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकता है। इसी इनपुट के सहारे STF लगातार दुजाना की खोजबीन में थी।

दोपहर 12 बजे मिली STF को दुजाना की सूचना
गुरुवार दोपहर 12 बजे STF को सूचना मिली कि दुजाना बागपत से मुजफ्फरनगर जा रहा है। उसके पास दिल्ली नंबर की गाड़ी है। वह मेरठ होते हुए बागपत जा रहा है। सूचना मिलते ही मेरठ STF की 5 टीमों को दुजाना की घेराबंदी में लगाया गया। जो अलग-अलग स्पॉट पर चेकिंग कर रही थी। STF की तीन टीमों को जानी और भोला झाल पर लगाया गया। दो टीमें बागपत रोड पर निगरानी में लगाई गईं। पूरे इलाके में STF की टीमें फैल गई थीं। दिल्ली नंबर की हर गाड़ी को चेक किया जा रहा था।

2.45 पर ट्रेस हुई अनिल दुजाना की गाड़ी

लगभग 2.45 पर STF ने भोला झाल के पास चेकिंग में दुजाना की स्कार्पियो को ट्रेस कर लिया। STF ने चेकिंग के लिए अनिल दुजाना की गाड़ी रुकवाई, मगर उसने गाड़ी रोकी नहीं। इसके बजाया खेतों की तरफ गाड़ी दौड़ा दी। उसे पकड़ने के लिए STF की टीमें पीछे दौड़ी। करीब 3 किलोमीटर तक खेतों में भागता रहा। अचानक सामने बिजली का पोल आ गया। गाड़ी उससे टकरा गई। आगे रास्ता भी बंद था। दुजाना भागने के लिए गाड़ी से बाहर निकला।

दोनों हाथों से STF पर की फायरिंग
अनिल दुजाना ने गाड़ी से बाहर निकलते वक्त दोनों हाथों में पिस्टल लेकर STF टीम पर फायर झोकें। अंतत: STF को जवाबी फायरिंग करनी पड़ी। STF उसे जिंदा पकड़ना चाहती थी। दोनों ओर से करीब 10 मिनट में 15 से 20 राउंड गोलियां चलीं। तभी STF की गोली उसके सीने और सिर में गोली लगी। जिससे अनिल दुजाना जमीन पर गिर पड़ा। कमर में गोली लगना भी बताया जा रहा है। हालांकि कितनी गोली लगी है यह पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से ही क्लियर होगा।

हत्या की सुपारी ले चुका था दुजाना​​​​​​​

चर्चा है कि दुजाना ने मंडावली के एक कारोबारी की हत्या के लिए सुपारी ली थी। इसी वारदात को अंजाम देने की प्लानिंग के लिए वह मुजफ्फरनगर जा रहा था। वहां अपने साथियों से मिलना था। STF अनिल दुजाना के जेल से जमानत पर बाहर आने के बाद उसे ट्रेस कर रही थी। जयचंद प्रधान मर्डर केस में गवाह उसकी पत्नी संगीता को भी अनिल दुजाना बार-बार धमकी दे रहा था। पिछले सप्ताह ही कुख्यात पर दो मुकदमे हुए थे।

बताया जा रहा है कि अनिल दुजाना 10 दिन पहले तिहाड़ जेल से जमानत पर रिहा हुआ है। उसके बाद से वह STF की रडार पर था। लगातार कुख्यात पर STF नजर बनाए हुई थी। उसकी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी। इनपुट था कि जेल से बाहर आने के बाद अनिल दुजाना नया गैंग बनाने की तैयारी में है। उसने जमानत पर बाहर आकर वेस्ट यूपी के तमाम लोगों से मुलाकातें की हैं।