बीबीएयू में आयोजित दिव्यांग सशक्तीकरण की संगोष्ठी में शामिल हुए डिप्टी सीएम और परिवहन मंत्री

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(www.arya-tv.com)बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय लखनऊ  में  दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग उत्तर प्रदेश सरकार और बीबीएयू द्वारा संयुक्त रूप से “विकलांग लोगों का पुनर्वास: प्रारंभिक पहचान और हस्तक्षेप” विषय पर आयोजित होने वाली दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन किया गया। 

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री  केशव प्रसाद मौर्य, विशिष्ट अतिथि  परिवहन मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार दयाशंकर सिंह,  बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य संजय सिंह , दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग उत्तर प्रदेश के निदेशक सत्य प्रकाश पटेल  तथा प्रोफेसर शिल्पी वर्मा मंच पर उपस्थित रहे। दीप प्रज्वलन तथा भीमराव अम्बेडकर जी  की प्रतिमा के माल्यार्पण के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। इसके पश्चात दिव्यांगता यथा उसे जुड़े पहलुओं पर आधारित एक लघु पुस्तिका का अनावरण किया गया।

कुलपति आचार्य संजय सिंह ने पुष्प गुच्छ देकर अतिथियों का स्वागत किया तथा मंच पर उपस्थित सभी अतिथियों का विश्वविद्यालय परिसर में पधारने के लिए आभार व्यक्त किया। कुलपति  ने अपने अभिभाषण में सरकार के सहयोग से शुरू की गई योजनाओं जैसे सावित्री बाई फुले छात्रावास एवं योग वेलनेस केंद्र का ज़िक्र किया तथा साधुवाद दिया। उन्होंने मंत्री महोदय  को विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय परिसर में पेश आने वाली यातायात की समस्याओं का ज़िक्र करते हुए उनके निवारण के उपाय का आग्रह किया । कुलपति ने अपने वक्तव्य के अंत में कहा कि विश्वविद्यालय “अध्यनार्थ आइए सेवार्थ जाइए”के उद्देश्य पर कार्य कर रहा है। उन्होंने विश्वविद्यालय की निरंतर प्रगति तथा उपलब्धियों से अतिथियों को अवगत कराया। 

उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केशव प्रसाद मौर्य ने सामाजिक विकास एवं उत्थान में बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर जी के योगदान को याद किया।  उन्होंने बताया कि किस प्रकार सरकार अपने साझा प्रयासों से तथागत बुद्ध के जीवन से संबंधित विभिन्न ख्याति प्राप्त स्थानों को  पंचतीर्थ योजना के तहत विकसित कर रही है। प्रधानमंत्री के यूएन में दिए उद्बोधन, हमने विश्व को बुद्ध दिया है युद्ध नहीं दिया है, का  जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि भारत अब आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि केवल सिटी के स्मार्ट हो जाने से विकास नही होगा, भारत को विकास करने के लिए उसके गांवों को भी स्मार्ट बनाना पड़ेगा। उन्होंने विश्वविद्यालय के शिक्षकों एवं विद्यार्थियों से ग्राम विकास और इससे जुड़े मामलों में शोध करने और इस शोध के माध्यम से सरकार की मदद व मार्गदर्शन करने का अनुरोध किया।

परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कुलपति द्वारा उठाई गई मांगों को सहर्ष स्वीकार करते हुए कहा कि जल्द ही विश्वविद्यालय परिसर में इलेक्ट्रिक बसों की व्यवस्था करने का प्रयास किया जायेगा . उन्होंने विश्वविद्यालय को बीबीएयू अमेठी परिसर और लखनऊ परिसर को जोड़ने के लिए बस सेवा शुरू करने का आश्वासन भी दिया।

कार्यक्रम के अंत में माननीय उप मुख्यमंत्री और माननीय परिवहन मंत्री जी को बीबीएयू के कुलपति आचार्य संजय सिंह  ने पटका पहनाया और स्मृति चिन्ह भेंट किया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के  शिक्षकगण, कर्मचारीगण तथा विद्यार्थी उपस्थिति रहे। कार्यक्रम का संचालन तथा आभार प्रदर्शन डॉ. सुभाष मिश्रा द्वारा किया गया।