(www.arya-tv.com) कोरोना को लेकर एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि जब देश-दुनिया में कोरोना महामारी चल रही थी, तब 45 प्रतिशत तक कोविड 19 (Corona Virus) का वायरस मोबाइल फोन की वजह से फैला था। मतलब लोग मोबाइल की साफ-सफाई का ख्याल रखने में चूक गए थे। रिपोर्ट में बताया गया है कि महामारी के दौर में सबसे ज्यादा फोन का इस्तेमाल हुआ। इसी वजह से ज्यादातर इंफेक्शन फैला। जानें क्या कहती है लेटेस्ट रिपोर्ट…
ऑस्ट्रेलिया में बॉन्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने 10 देशों में मोबाइल फोन पर 15 अध्ययन किया। इसमें 2019 से लेकर 2023 तक हॉस्पिटल सेटिंग्स में SARS-CoV-2 इंफेक्शन के लिए मोबाइल फोन की जांच की गई। इस अध्ययन में पाया गया कि महामारी के दौरान 45 प्रतिशत फोन में कोविड-19 का वायरस था।
सिडनी में भी महामारी जब चरम पर थी, तब करीब आधे मोबाइल फोन कोरोना वायरस से दूषित थे। 511 फोन में से 231 यानी 45 परसेंट फोन में कोरोना वायरस पाया गया। इससे यह निष्कर्ष निकला कि मोबाइल फोन कोरोना को फैला सकते हैं। जर्नल ऑफ इंफेक्शन एंड पब्लिक हेल्थ में इस रिपोर्ट को प्रकाशित भी किया गया है।
बॉन्ड यूनिवर्सिटी के प्रमुख शोधकर्ता डॉ। लोटी ताजौरी ने बताया कि लॉकडाउन, सोशल डिस्टेंसिंग समेत कई वजहों के बावजूद कोरोना वायरस तेजी से फैसला। इसमें मोबाइल फोन की काफी भूमिका रही। पिछले रिसर्च में पता चला था कि सार्स कोव-2 (SARS-Cov-2) वायरस किसी भी मोबाइल फोन जैसी कांच पर 28 दिनों तक जीवित रह सकता है।
डॉक्टर ताजौरी ने बताया कि दुनिया में 7 अरब से ज्यादा मोबाइल फोन अभी इस्तेमाल हो रहे हैं। ये तीसरे हाथ के तौर पर काम करते हैं। आप चाहे जितनी बार अपने हाथों को धोए लेकिन जैसे ही मोबाइल फोन को छूते हैं तो वायरस की चपेट में आ जाते हैं। अस्पताल के चाइल्ड इंटेंसिव केयर और बाल चिकित्सा आईसीयू वार्ड में जो अध्ययन किया गया, उसमें 26 हेल्थकेयर प्रोफेशनल के मोबाइल फोन पर 11,163 पैथोजेन मिले। जिसमें वायरस और एंटीबायोटिक-प्रतिरोधी बैक्टीरिया भी पाए गए थे।
फोन के इंफेक्शन से इस तरह करें बचाव
- टच स्क्रीन स्मार्टफोन को साफ करने के लिए कम से कम 70 प्रतिशत अल्कोहल वाले वाइप्स या स्प्रे का इस्तेमाल करना चाहिए।
- घर से बाहर जाने पर फोन जेब, पर्स या कार में रखें।
- जब भी शॉपिंग करें तो हाथ से कागज पर लिखकर लिस्ट बनाएं, न कि मोबाइल फोन पर।
- क्रेडिट-डेबिट कार्ड से किसी चीज का पेमेंट करें, न कि मोबाइल फोन से।
- सार्वजनिक स्थानों पर हाथों को धोने या साफ करने या पहने ग्लव्स को उतराने के बाद ही फोन का इस्तेमाल करें।
- जब भी कॉल करें तो हैंड्स-फ्री डिवाइस का ही इस्तेमाल करें।