(www.arya-tv.com) कानपुर जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बेकाबू हो चली है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि महज 14 दिन के भीतर सक्रिय मामलों की संख्या नौ से बढ़कर 2259 पर पहुंच गई। यानि संक्रमण दर दो सप्ताह में छह गुणा तक बढ़ गई।
माइक्रोबायोलाजी विभाग के प्रोफेसर डा. विकास मिश्रा के मुताबिक, एक जनवरी को जिले में संक्रमण दर 0.26 प्रतिशत थीे, जो 14 दिन में छह गुणा से अधिक बढ़ गई। इन आंकड़े के आधार पर जिले में 25 जनवरी से सात फरवरी के बीच संक्रमितों की संख्या बढऩे की संभावना है।
डेल्टा के पीक में थी 18 प्रतिशत संक्रमण दर
प्रो. विकास मिश्रा के मुताबिक, कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर यानि अप्रैल 2021 में डेल्टा वैरिएंट हावी था। सैंपलिंग भी अधिक हो रही थी। उस समय संक्रमण दर 18 प्रतिशत थी, जिसे कोरोना का पीक माना गया था, जो 10 मई तक रही थी। इसके बाद संक्रमितों की संख्या घटने लगी थी।
प्रो. विकास का दावा है कि ओमिक्रोन वायरस डेल्टा के मुकाबले अधिक संक्रामक है। हालांकि, यह डेल्टा की तरह आक्रामक नहीं है। जटिलताएं नहीं होंगी, लेकिन संक्रमितों की संख्या सर्वाधिक होगी। इसके 10-12 दिन में सर्वाधिक केस रिपोर्ट होने लगेंगे।
जीएसवीएम व निजी लैब में कुल 4257 आरटीपीसीआर, ट्रूनाट से 24, एंटीजन किट से 2629 सैंपल की जांच की गई। इस तरह शुक्रवार को कुल 6910 सैंपल की जांच हुई। इसमें 457 संक्रमित मिले हैं। इस हिसाब से शुक्रवार की संक्रमण दर 6.61 प्रतिशत पर पहुंच गई, जो इन 14 दिनों में सर्वाधिक है।
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलाजी विभाग के प्रोफेसर डा. विकास मिश्रा ने जनवरी के 14 दिनों में सैंपलिंग और संक्रमितों के बढ़ते आंकड़े संक्रमण दर के बढ़ते ट्रेंड को दिखाते हैं। जिस हिसाब से संक्रमण दर बढ़ रही है उससे 15 दिन में पीक आ सकता है। जनवरी के अंतिम सप्ताह से फरवरी के पहले सप्ताह के बीच इसके आने की संभावना है।