पीछे हटे चीनी सैनिक:आर्मी चीफ बोले- चीन ने तिब्बत के ट्रेनिंग एरिया खाली किए

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(www.arya-tv.com) आर्मी चीफ मनोज मुकुंद नरवणे ने कहा है कि तिब्बत के ट्रेनिंग एरिया में तैनात चीनी सैनिक वापस लौट गए हैं। एनुअल आर्मी डे प्रेस कॉन्फ्रेंस में जनरल नरवणे ने कहा, ‘हर साल चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के सैनिक ट्रेडिशनल ट्रेनिंग कैंपों में आते हैं। सर्दी शुरू होने और ट्रेनिंग खत्म होने पर सैनिक लौट जाते हैं और ट्रेनिंग एरिया खाली हो जाते हैं।’

जनरल नरवणे ने कहा, ‘ऐसे हालात में अंदाजा लगाया जा सकता है कि इन-डेप्थ एरिया में तैनात चीनी सैनिक वापस लौट गए हैं। इस तरह तिब्बत में चीनी सैनिकों की तादाद कम हो गई है।’ उन्होंने कहा कि डेप्थ एरिया 500 से 1 हजार किलोमीटर के बीच कहीं भी हो सकते हैं। चीन के बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर के चलते ये सैनिक 24 से 48 घंटे में फ्रंटलाइन पर पहुंच सकते हैं।

पाकिस्तान-चीन की जुगलबंदी से खतरा
सेना प्रमुख ने कहा कि पाकिस्‍तान और चीन की जुगलबंदी हमारे लिए बड़ा खतरा पैदा करती है। इसकी अनदेखी नहीं की जा सकती। उत्तर की सीमाओं पर हम पूरी तरह चौकस हैं और किसी भी चुनौती का सामना करने को तैयार हैं। पश्चिमी सीमा पर पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है, लेकिन हमने साफ कहा है कि यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पलटवार का हमारा अधिकार सुरक्षित है। इसकी जगह और समय हम तय करेंगे। हमारा वार अचूक होगा।

चीन को फर्स्ट मूवर एडवांटेज
सेना प्रमुख ने कहा, ‘LAC पर चीन की तरफ से जो मोबिलाइजेशन हुआ था वह नया नहीं था, वे हर साल ट्रेनिंग के लिए आते हैं। हमारी नजर भी थी, लेकिन वे ऐसा करेंगे इसका कयास नहीं लगाया जा सकता था। उन्हें फर्स्ट मूवर एडवांटेज मिला।’

टकराव वाले पॉइंट पर हमारे सैनिक डटे हैं
चीन के सैनिक पीछे हटे या नहीं? इस सवाल पर सेना प्रमुख ने कहा, ‘लद्दाख में गतिरोध वाले पॉइंट पर ना चीन के सैनिक कम हुए हैं ना ही हमारे। LAC पर हालात में कोई बदलाव नहीं आया है। हम बातचीत से हल चाहते हैं। साझा राष्ट्रीय हित प्रभावित न हों तो सहमति हो सकती है। अगर गतिरोध लंबा चलता है तो चलता रहे, हम इसके लिए तैयार हैं।’

लद्दाख में डटे रहने का निर्देश
सेना प्रमुख ने कहा, ‘सरकार का स्पष्ट निर्देश है कि हम मोर्चे पर डटे रहें, चाहे सर्दी हो या गर्मी। हमने सैनिकों के लिए सर्दी से बचाव और जरूरत के बेहतर उपकरण मुहैया कराए हैं। हमारे जवानों का मनोबल काफी ऊंचा है। चिंता की कोई बात नहीं है।’

सेना में अब तकनीक पर फोकस
जनरल नरवणे ने कहा कि भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए सेना में बदलाव किए जा रहे हैं। आधुनिक तकनीक पर फोकस है। इसका रोड मैप तैयार किया जा रहा है।