सरकार सभी डोज 14 जनवरी तक खरीदेगी, भारत बायोटेक ने कोवैक्सिन की 16 लाख डोज मुफ्त दीं

Health /Sanitation

(www.arya-tv.com) देश में वैक्सीनेशन की तैयारियों को लेकर मंगलवार को केंद्र सरकार ने वीकली रिपोर्ट पेश की। इसमें बताया कि देश में कोवीशील्ड और कोवैक्सिन के अलावा 4 और वैक्सीन पर तेजी से काम हो रहा है। सभी अलग-अलग ट्रायल स्टेज में हैं। इनमें जायडस कैडिला की वैक्सीन और रूस की वैक्सीन स्पूतनिक- V तीसरे फेज के ट्रायल में है। इसके अलावा बायोलॉजिकल-E और पुणे की जेनोवा कंपनी ने पहले फेज का ट्रायल शुरू किया है।

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि ये सभी वैक्सीन भारत में ही तैयार हो रहीं हैं। इनकी मैन्युफैक्चरिंग भी देश में ही होगी। आने वाले कुछ महीनों में इनमें से सभी या फिर कुछ वैक्सीन को इमरजेंसी यूज के लिए अप्रूवल मिल सकता है।

कोवैक्सिन की कीमत 206 रुपए होगी

  • फाइजर और बायोएनटेक की वैक्सीन की एक डोज की कीमत 1431 रुपए है।
  • मॉडर्ना की वैक्सीन की एक डोज की संभावित कीमत 2348 से 2715 रुपए तक रहेगी।
  • सिनोफार्म कंपनी की वैक्सीन की एक डोज के लिए 5650 रुपए चुकाने होंगे।
  • सिनवैक बायोटेक की वैक्सीन की एक डोज की कीमत 1027 रुपए है।
  • भारत में बनी कोवीशील्ड वैक्सीन की कीमत 200 रुपए प्रति डोज रखी गई है।
  • कोवैक्सिन की एक डोज की कीमत 206 रुपए पड़ रही है।

कोवैक्सिन की 55 लाख डोज का ऑर्डर दिया
सचिव राजेश भूषण ने बताया कि भारत सरकार ने सीरम इंस्टि्टयूट ऑफ इंडिया (CII) से 200 रुपए प्रति डोज (GST अतिरिक्त) के रेट से कोवीशील्ड की 1.10 करोड़ डोज का ऑर्डर दे दिया है। इसके अलावा कोवैक्सिन की 55 लाख डोज का भी ऑर्डर किया जा रहा है। भारत बायोटेक ने 16.5 लाख डोज भारत सरकार को मुफ्त में उपलब्ध कराने की बात कही है।

वैक्सीनेशन के लिए हेल्थ वर्कर्स को ट्रेनिंग दी गई
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि 16 जनवरी से देश में वैक्सीनेशन ड्राइव शुरू होगा। इसकी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। केंद्र सरकार सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों (UT) के संपर्क में है। राज्यों के साथ इसके लिए अब तक 26 वर्चुअल बैठकें और ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित किए जा चुके हैं। इसके जरिए देश में अब तक 2360 मास्टर ट्रेनर, 61 हजार प्रोग्राम मैनेजर, 2 लाख वैक्सीनेटर और 3.7 लाख वैक्सीनेशन टीम मेंबर्स को ट्रेनिंग दी जा चुकी है।

वैक्सीन स्टोरेज के लिए 4 बड़े स्टोर
भारत सरकार ने वैक्सीन स्टोरेज के लिए चार बड़े स्टोर (GNMSD) बनाए हैं। ये करनाल, कोलकाता, चेन्नई और मुंबई में है। सभी राज्यों में कम से कम एक लोकल वैक्सीन स्टोर तैयार किया गया है। जो बड़े राज्य हैं वहां स्टोर की संख्या बढ़ाई गई है। उत्तर प्रदेश में 9, मध्य प्रदेश और गुजरात में 4, केरल में 3, जम्मू कश्मीर, कर्नाटक और राजस्थान में 2-2 स्टोर हैं। 14 जनवरी तक वैक्सीन के सभी डोज खरीद लिए जाएंगे।

दूसरा डोज लेने के 14 दिन बाद असर दिखेगा
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि सभी राज्यों से कहा गया है कि वह अपने यहां वैक्सीनेशन के लिए लॉजिस्टिक्स की पूरी तैयारी रखें। लोगों को वैक्सीन को लेकर प्रोत्साहित करें और अफवाहों को फैलने से रोकें। वैक्सीन के दो डोज के बीच 28 दिन का अंतर रहेगा। दूसरा डोज लेने के 14 दिन के बाद असर दिखना शुरू हो जाएगा। इसलिए हर किसी को वैक्सीन लेने के बाद भी सतर्क रहना होगा। मास्क पहनना होगा और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। आम लोगों को वैक्सीनेशन सेंटर पर उपलब्ध वैक्सीन ही लगवानी होगी। उनके पास दो वैक्सीन में से किसी एक के सिलेक्शन का ऑप्शन नहीं होगा।

वैक्सीन पर संदेह नहीं होना चाहिए
नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने कहा कि विशेषज्ञों की टेस्टिंग के बाद ही कोवीशील्ड और कोवैक्सिन को इमरजेंसी यूज के लिए मंजूरी मिली है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने भी दोनों वैक्सीनों को अप्रूव किया है। इसलिए इनकी सुरक्षा पर कोई संदेह नहीं होना चाहिए। हजारों लोगों पर ट्रायल किया गया है और उनमें साइड इफेक्ट बिल्कुल नहीं देखा गया।