टोंक में बहुचर्चित संत सियाराम दास के ब्लाइंड मर्डर का खुलासा, जंगल में छिपे आरोपियों ने ऐसे वारदात को दिया था अंजाम

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(www.arya-tv.com) राजस्थान के टोंक जिले में बीते दिनों हुए बहुचर्चित ब्लाइंड मर्डर का खुलासा करने में पुलिस को बड़ी सफलता मिली। इस दौरान पुलिस ने मालपुरा उपखंड के डिग्गी में भूरिया महादेव मंदिर परिसर में गत 29 अगस्त की देर रात को संत सियाराम दास महाराज की निर्मम हत्या कांड के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

इन आरोपियों ने लूट और नकबजनी की नीयत से संत के सिर पर ताबड़तोड़ वारकर निर्मम हत्या कर दी थी। इस दौरान आरोपियों ने संत के पास से 45,000 रुपए भी लूट लिए। पुलिस ने इस वारदात को लेकर बुधवार दोपहर यह खुलासा किया है। गिरफ्तार आरोपी मंदिरों में लूट और नकबजनी की वारदातों को अंजाम देते थे।

जंगल में छिपे आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया

टोंक एसपी ने बताया कि इस वारदात को लेकर पुलिस ने भवानीपुर थाना डिग्गी निवासी बालू उर्फ रामावतार पुत्र प्रेम मोग्या और राजपुरा थाना लांबा हरिसिंह निवासी जोधा राम उर्फ जोध्या उर्फ मुकेश पुत्र सूरजमल मोग्या को गिरफ्तार किया है।

एसपी ने बताया कि दोनों आरोपियों ने वारदात करने से पहले मंदिर की रेकी की। इसके बाद दोनों आरोपी बाइक से सुनसान जंगल में पहुंचे। जहां उन्होंने बाइक को छुपा दिया। इसके बाद उन्होंने रात होने का इंतजार किया।

मौका देखकर संत पर ताबड़तोड़ वार

एसपी ने बताया कि रात हो जाने के बाद दोनों आरोपी मंदिर परिसर में दाखिल हुए। जहां उन्होंने संत सियाराम दास के सिर पर ताबड़तोड़ वार किए। जिससे उनकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। इसके बाद आरोपी उनके पास से चाबियां लेकर संत के कमरे में घुसे। जहां उन्होंने करीब 45,000 रुपए की नगदी निकाली। इसके बाद आरोपी फरार हो गए।

इस घटना का पता दूसरे दिन सुबह लगा। जब मंदिर में श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंचे। जहां उन्होंने संत के निवास पर खून बिखरा हुआ देखा। साथ ही संत सियरामदास निढ़ाल होकर वहां पड़े थे। इसको लेकर 30 अगस्त को डिग्गी में जमकर बवाल हुआ। बाजार बंद करा दिए गए और लोगों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया गया।

लूटी राशि का बटवारा कर अलग-अलग स्थानों पर चले गए

एसपी ने बताया कि आरोपी संत की हत्या करने के बाद उनके कमरे से 45,000 रुपए की नगदी लूट कर ले गए। घटनास्थल से फरार होने के बाद दोनों बदमाश एक जगह बैठे। जहां उन्होंने लूटी हुई 45000 रुपए की नगदी का आपस में बंटवारा कर लिया।

इसके बाद दोनों आरोपी अलग-अलग स्थानों पर चले गए। इस घटना के बाद पुलिस मामले की खोजबीन में लग गई। इस बीच पुलिस को कुछ आरोपियों की गतिविधियों पर संदेह हुआ। इस पर उनसे कुछ अहम सुराग भी हाथ लगे।

इसके बाद पुलिस ने आरोपी जोधाराम मोग्या को अरांई क्षेत्र के जंगलों से गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा दूसरे आरोपी बालू मोग्या को मालपुरा क्षेत्र से दस्तयाब कर लिया। पुलिस ने बताया कि आरोपी जोधाराम गंभीर प्रवृत्ति का अपराधी है।

इसके खिलाफ दूनी, बौली, चौथ का बरवाड़ा समेत कई पुलिस थानों में नकबजनी और पुलिस हवालात तोड़कर भागने के कई गंभीर मामले दर्ज है।