AMU में गरीबों के लिए खास पहल, सर्जरी और इलाज के लिए नहीं लगेगा पैसा, इन्हें होगा फायदा

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(www.arya-tv.com) अलीगढ़ चैप्टर द्वारा राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम (आरबीएसके) के सहयोग से अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के प्लास्टिक सर्जरी विभाग में एक राष्ट्रीय जन्म दोष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. आयोजन के दौरान बताया गया कि स्माइल ट्रेन, एक अंतरराष्ट्रीय गैर सरकारी संगठन, जो राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम के सहयोग से समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के रोगियों के लिए कटे तालू एवं कटे होंठ उपचार का समर्थन करता है, जो सर्जरी/उपचार का भुगतान नहीं कर सकते हैं.

इससे पूर्व प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए, प्लास्टिक सर्जरी विभाग के अध्यक्ष, डॉ. एम फहुद खुर्रम ने विभिन्न जन्म दोषों जैसे कटे होंठ और तालु, जन्मजात हाथ की विसंगतियाँ, हाइपोस्पेडिया आदि पर प्रकाश डाला और जन्म दोषों से निपटने में सहयोगात्मक प्रयासों के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने प्रभावित व्यक्ति के सहयोग इस दोष की शीघ्र रोकथाम और शीघ्र उपचार के तरीकों पर भी प्रकाश डाला जो आज विभिन्न योजनाओं के तहत जेएन मेडिकल कॉलेज हास्पिटल में उपलब्ध हैं.

संगठन ने मुफ्त में सर्जरी की
आयोजन के दौरान अपने सम्बोधन में, स्माइल ट्रेन (अलीगढ़ चैप्टर) के निदेशक, प्रोफेसर इमरान अहमद (प्लास्टिक सर्जरी विभाग) ने स्माइल ट्रेन के उद्देश्यों और गतिविधियों और प्लास्टिक सर्जरी विभाग के साथ इसके सहयोगात्मक कार्यों पर प्रकाश डाला. उन्होंने बताया कि संगठन ने दुनिया भर में कटे होंठ और तालु से प्रभावित लाखों बच्चों को मुफ्त में सर्जरी के माध्यम से मदद की है.

प्रोफेसर अहमद ने प्रभावित व्यक्तियों की भोजन संबंधी सलाह पर ध्यान केंद्रित किया और बताया कि कैसे इस तरह की विकृति के बारे में जागरूकता फैलाने से किसी का जीवन बदल सकता है और उनके आत्मविश्वास का स्तर बढ़ सकता है. उन्होंने सामान्य जागरूकता के लिए विज्ञापन पम्पलेट के साथ मरीज-से-मरीज की फोटो खींचकर मुस्कान भेजने का आग्रह किया.

350 से अधिक लोगों का उपचार
आरबीएसके के मुनाजिर ने बताया कि कैसे आरबीएसके मुफ्त परिवहन सेवाओं के साथ-साथ प्रभावित व्यक्तियों और उनके परिवारों की मदद कर रहा है. वहीं विभाग द्वारा कटे होंठ और तालू के 350 से अधिक रोगियों का उपचार करते हुए उनकी मुस्कान वापस लाने में अहम भूमिका निभाई है. विभाग ने भी कटे होंठ और तालू के 350 से अधिक रोगियों का उपचार किया है और उनकी मुस्कान वापस लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.