किसी पर अब भरोसा करना आपको पड़ सकता है ​​मंहगा, लखनऊ वालों का ये खबर पढ़ना बेहद जरूरी

Lucknow

(www.arya-tv.com) बिहार न्यायिक सेवा से सेवानिवृत्त हौसला प्रसाद त्रिपाठी को प्लाट दिलाने के नाम पर दो जालसाज भाइयों ने 50 लाख रुपये ठग लिए। हौसला प्रसाद ने दोनों के खिलाफ गोमतीनगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। नेहरू इंक्लेव निवासी हौसला प्रसाद त्रिपाठी बिहार न्यायिक सेवा से वर्ष 2017 में रिटायर्ड हुए थें। रिटायरमेंट के बाद यहां आकर रहने लगे।

पुलिस के मुताबिक हौसला प्रसाद ने बताया कि उन्होंने प्लाट खरीदने की इच्छा जताई। इस पर विशालखंड दो में रहने वाले उनके रिश्तेदार संजीव तिवारी और उनके भाई राजीव ने उन्हें सरोजनीनगर में अमौसी के पास प्लाट दिखाया। प्लाट हौसला प्रसाद को पसंंद आ गया। इस पर उन्होंने प्लाट के लिए 16 लाख और निर्माण के लिए आठ लाख रुपये संजीव को दिए। दोनों भाइयों ने मकान बनवाने की बात कही थी।

इसके बाद दोनों ने गोसाईगंज इलाके में एक प्लाट दिलाने की बात कही। उसकी कीमत 26 लाख रुपये बताई। वह भी दे दिए गए। जब प्लाटों की रजिस्ट्री के लिए दोनों से कहा तो संजीव और राजीव टाल मटोल करने लगे। इस बीच उन्हेंं दोनों के द्वारा धोखाधड़ी करने की जानकारी हुई। इसके बाद दोनों के खिलाफ तहरीर दी। पुलिस ने राजीव और संंजीव के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया।

20 हजार का इनामी गिरफ्तार विभूतिखंड पुलिस ने मंगलवार को 20 हजार के इनामी जालसाज रामधनी यादव उर्फ प्रमोद उर्फ आशीष कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। उसके खिलाफ फर्जी डिग्री के आधार पर शिक्षक की नौकरी दिलाने का मुकदमा दर्ज है। एसटीएफ ने कुछ माह पहले गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार भी किया था। रामधनी पर बीते दिनों 20 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।