भूखा होने के बहाने खुलवाते थे दरवाजा, फिर बंधक बनाकर करते थे डकैती-डकैती गैंग का खुलासा

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(www.arya-tv.com) सहारनपुर पुलिस ने मेरठ, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर में डकैती डालने वाले गिरोह का खुलासा किया है। पुलिस ने चार डकैतों को गिरफ्तार किया है। जबकि एक बदमाश भागने में कामयाब हो गया है। गैंग का सरगना 27 मई को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया गया था। फरार बदमाश मुजफ्फरनगर का रहने वाला है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है। थाना देवबंद कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

डकैती का सामान और रुपए बांटते हुए किया गिरफ्तार

पुलिस लाइन सभागार में एसएसपी डॉ.विपिन ताडा ने बताया, देवबंद कोतवाली प्रभारी एचएन सिंह मंगलोर रोड पर चेकिंग कर रहे थे। उन्हें सूचना मिली कि चौकी बॉर्डर के पास जंगल में कुछ बदमाश डकैती का सामान और रुपए आपस में बांट रहे हैं। पुलिस ने छापा मारकर चार बदमाशों को पकड़ लिया, जबकि एक बदमाश फरार हो गया।

पुलिस ने मौके से इमरान, मेहताब, शोएब और सऊद उर्फ सोनू को गिरफ्तार किया है। गैंग के सरगना कुर्बान को पुलिस ने 27 मई हो ही सरसावा एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया है। जबकि मुजफ्फरनगर का रहने वाला असलम भागने में कामयाब हो गया।

कुर्बान और असलम दोनों मास्टरमाइंड
पुलिस के अनुसार, इमरान मिस्त्री का काम करता था। मिस्त्री का काम नहीं चल रहा था। एक शादी समारोह में मेहताब, सऊद और शोएब से कुर्बान की मुलाकात की। दोनों रिश्तेदारी में थे। तभी उन्होंने गैंग बनाकर डकैती और लूट की योजना बनाई।

लेकिन डकैती और लूट के गुर किसी को पता नहीं थे। उन्होंने असलम और कुर्बान से जान पहचान हुई। दोनों जुल्म की दुनिया के पुराने खिलाड़ी थे। उनको अपना उस्ताद बनाया। दोनों ने गैंग को डकैती और लूट के ट्रेंड किया। उसके बाद गिरोह के रूप में लोगों के घरों में घुसकर बंधक बनाकर डकैती करते थे।

रात में भूख लगने का बहाना बनाकर घुसते थे घर में
पूछताछ में बदमाशों ने बताया, गिरोह दिन में घर की रेकी करते थे। जिस घर में डकैती डालने होती थी। उसके आसपास की जगह को चिन्हित कर सभी वहीं इकट्‌ठा होते थे। गांव में जाकर दरवाजा खटखटाकर खाना मांगने का बहाना बनाकर दरवाजा खुलवाते थे। जिससे नींद में जागने पर मकान स्वामी शोर न मचा सके।

खाना लेने के बहाने मकान के अंदर घुसकर हथियारों का भय दिखाकर परिवार के लोगों को बंधक बनाते थे। हाथ, पैर बांधकर उनसे उनके पहले हुए गहने, सोने-चांदी के जेवरात नगदी और अन्य कीमती सामान लूटकर ले जाते थे। दरवाजा खोलते ही मकान के स्वामी की आंखों में मोबाइल या टॉर्च से रोशनी मारते थे। जिससे उनकी आंखों पर रोशनी पड़े और उन्हें बदमाशों की पहचान न हो सके।

उत्तराखंड के झबरेहड़ा में किराए का ले रखा था मकान
बदमाशों ने बताया, उन्होंने मेरठ, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली के आसपास के गांव में मई माह में 10 से ज्यादा डकैती की है। उत्तराखंड के झबरेहड़ा में एक मकान किराए पर ले रखा था। पुलिस या किसी को शक न हो। किराए पर दुकान लेकर वैल्डिंग का काम भी करते थे। लूट और डकैती की घटना को अंजाम देकर झबरेहड़ा में अपने किराए के मकान में चले जाते थे।

घर में मिले चोरी किए गए उपकरण
पुलिस ने झबरेहड़ा में जब बदमाशों की निशानदेही पर उनके मकान पर पहुंची। मकान में चोरी के उपकरण टीवी, इन्वेटर, प्रेस, बल्व, लाइट, तेल और घी भी मिला है।

मई में सात डकैती को दे चुके अंजाम
पुलिस पूछताछ में डकैती ने बताया, उन्होंने 20 मई को मुंडाली मेरठ, पांच मई को अलियारपुर मंसूरपुर मुजफ्फरनगर, 10 मई को गांव डेहरा देवबंद, 16 मई गांव भनवाड़ा मुजफ्फरनगर, 22 मई को गांव नोजल शामली, 24 मई की रात नूनाबाडी गांव सहारनपुर में डकैती की वारदात को अंजाम दिया था।