(www.arya-tv.com) फर्जी वीजा के जरिए भारत के बेरोजगार युवाओं को ठगने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने किया है। पुलिस ने इस गिरोह से जुड़े मुख्य आरोपी को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया है। उसके पास से 482 पासपोर्ट बरामद हुआ है, जिसे जब्त किया गया है।
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों के नाम पतित पाबन पुलेन हलदर (36) और मोहम्मद इलियास अब्दुल सत्तार शेख मंसूरी (49) है। दोनों पश्चिम बंगाल के निवासी हैं। ये लोग विदेश में नौकरी चाहने वालों को अपने जाल में फांसते थे।
उन्होंने बॉम्बे इंटरनैशनल कंसल्टेंसी और इंडियन ओवरसीज के नाम से मुंबई में एक प्लेसमेंट एजेंसी शुरू की थी। भारत के विभिन्न राज्यों के युवाओं को अजरबैजान, ओमान, दुबई, सऊदी अरब, कतर और रूस समेत अन्य देशों में नौकरी दिलाने का झांसा देते थे।
लोगों से उनका आवेदन पत्र और पासपोर्ट जमा करने के बाद आरोपी वाट्सऐप के जरिए विभिन्न विदेशी कंपनियों के फर्जी ऑफर लेटर और संबंधित देशों के फर्जी वर्क वीजा भेजते थे। इसके बदले युवाओं से मोटी रकम वसूलते।
आरोप है कि कई युवाओं से पैसे लेने के बाद आरोपी न तो नौकरी दिलाते और न ही उनके पैसे और पासपोर्ट वापस करते। पीड़ित जब पूछताछ करते और अंधेरी स्थित ऑफिस जाते, तो वह बंद मिलता।
आरोपी इस कार्यालय को बंद कर गायब हो गए। पीड़ितों की शिकायत पर एमआरए मार्ग पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए इसे अपराध शाखा के यूनिट 5 को स्थानांतरित कर दिया गया।
ऐसे हुई गिरफ्तारी
जॉइंट सीपी लखमी गौतम और डीसीपी राजतिलक रौशन के मार्गदर्शन में पुलिस की चार टीमें गठित हुईं। जांच के बाद दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। इससे पहले, इसी केस में पुलिस ने अन्य पांच आरोपियों को दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार और भिवंडी से गिरफ्तार किया था।
पुलिस के मुताबिक, अब तक कुल 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर इनके पास से 544 पासपोर्ट जब्त किए गए हैं, जबकि विभिन्न 26 बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया।