विश्व पर्यावरण दिवस आज:योगी सरकार का लक्ष्य 35 करोड़ पौधे लगाने का

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(www.arya-tv.com) प्रदेश में हरियाली बढ़ाने, बेहतर आबोहवा एवं पर्यावरण संरक्षण के लिहाज से बारिश के आगामी सीजन में प्रदेश की सरकार आज विश्व पर्यावरण के अवसर पर पौधरोपण का लक्ष्य तय किया है जिसके तहत प्रदेश भर में एक दिन में 35 करोड़ पौधरोपण का है।

सरकार के 27 विभाग मिलकर लगाएंगे पौधे
पौधरोपण की नोडल एजेंसी वन विभाग की निगरानी में सरकार के 27 विभाग मिलकर रिकॉर्ड पौधरोपण के इस अभियान को सफल बनाएंगे। संबंधित विभागों को कितना पौधरोपण करना है, इसका लक्ष्य पहले से तय है। पौधरोपण के लिए वन विभाग एवं उसकी देखरेख में कृषि जलवायु क्षेत्र (एग्रो क्लाइमेट जोन) की नर्सरियों में करीब 54 करोड़ स्वस्थ्य पौधे तैयार हैं।

वन विभाग चलाएगा पौधरोपण का यह महाअभियान
वन विभाग के सूत्रों के अनुसार मानसून के रुख को देखकर यह तय होगा। अधिक उम्मीद इस बात की है कि जुलाई में किसी दिन यह महाअभियान चलेगा। ऐसा इसलिए कि पर्याप्त मात्रा में नमी मिलने से रोपे गये पौधों में से अधिकतम का सर्वाइवल हो।

100 करोड़ से अधिक हुआ पौधरोपण
योगी सरकार का ये दूसरा कार्यकाल चल रहा है लेकिनपहले कार्यकाल से ही हर सार पौधारोपण का एक नया लक्ष्य रखा जाता है पिछले कार्यकाल में सरकार ने बीते पांच सालो में 100 करोड़ से अधिक का पौधरोपण हुआ।

वनावरण का क्षेत्र 8.82 से बढ़कर 9.23 फीसद
स्टेट ऑफ फारेस्ट की रिपोर्ट 2021 के अनुसार उत्तर प्रदेश के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल के 9.23 फीसद हिस्से में वनावरण है। 2013 में यह 8.82 फीसद था। रिपोर्ट के अनुसार 2019 के दौरान कुल वनावरण एवं वृक्षावरण में 91 वर्ग किलोमीटर की वृद्धि हुई है। वर्ष 2030 तक सरकार ने इस रकबे को बढ़ाकर 15 फीसद करने का लक्ष्य रखा है।

175 करोड़ पौधरोपण का लक्ष्य
योगी सरकार-2.0 ने अगले पांच साल में 175 करोड़ पौधों के रोपण का लक्ष्य रखा है। यही कारण है की पिछले साल भी 35 करोड़ पौधे लगाए गए थे। इस साल और इसके अगले चार साल के लिए लिए भी 35-35 करोड़ पौधों के रोपण का लक्ष्य है। यही कारण है की नवग्रह वाटिका, नक्षत्र वटिका, पंचवटी, गंगावन, अमृतवन जैसी योजनाओं प्रदेश सरकार के द्वारा चलाई जा रही है।

बरगदपीपल, पाकड़, नीम, जैसे पौधों को मिलेगी वरीयता
पौधरोपण से संबंधित क्षेत्र के एग्रो क्लाइमेट जोन (कृषि जलवायु क्षेत्र) के अनुसार होना है इसलिए अलग-अलग जिलों के लिए चिन्हित 29 प्रजाति और 943 विरासत वृक्षों को केंद्र में रखकर पौधरोपण का अभियान चलेगा। इसमें राष्ट्रीय वृक्ष बरगद के साथ देशज पौधे पीपल, पाकड़, नीम, बेल, आंवला, आम, कटहल और सहजन जैसे औषधीय पौधों को वरीयता दी जाएगी।