(www.arya-tv.com) हर युवा का सपना होता है कि पढ़ाई के बाद उन्हें एक अदद अच्छी नौकरी मिल जाए। ज्यादातर युवाओं का सपना सरकारी अफसर बनने का होता है। इसके लिए बड़ी संख्या लड़के-लड़कियां पढ़ाई में जुटे रहते हैं।
हालांकि, कामयाबी चंद युवाओं के हाथ ही आती है। ऐसे में अगर पता चले कि किसी कैंडिडेट को एक-दो नहीं बल्कि 5-5 सरकारी नौकरी के ऑफर मिले हैं तो कोई भी चौंक जाएगा। जब एक नौकरी को लेकर कोई मेहनत कर रहा हो और उसे 5 सरकारी जॉब के ऑफर आ जाएं तो सोचिए उस कैंडिडेट को कितनी खुशी मिलेगी।
बिहार में ऐसा ही मामला सामने आया जहां दो कैंडिडेट्स को 5-5 सरकारी नौकरियों के ऑफर मिले। वहीं एक कैंडिडेट ऐसे हैं जिन्हें एक साथ तीन गवर्नमेंट जॉब का ऑफर आया। आइये जानते हैं ये खुशनसीब युवा कौन-कौन हैं।
सरकारी नौकरी का है सपना तो पढ़ लें ये स्टोरी
बिहार में सरकारी नौकरी को पहली प्राथमिकता दी जाती है। ऐसे में बड़ी संख्या में युवा इसे पाने की कोशिश में जुटे रहते हैं। इनमें कई युवा सफल हो जाते तो कुछ को नाकामी का भी सामना करना पड़ता है।
सरकारी नौकरी को लेकर मेहनत से पढ़ाई करने वालों में भोजपुर जिले के अंगद भी हैं जिन्होंने अपनी लगन से एक-दो नहीं पांच सरकारी नौकरियों के लेटर हासिल कर लिए। अकेले अंगद ही नहीं बिहार की एक छात्रा ने भी 5 सरकारी नौकरियों में दावा ठोक कर सभी को चौंकाया है।
हम बात कर रहे जमुई की टीनू सिंह का जिन्होंने 5 प्रतियोगी परीक्षा पास करके 5 दिन में 5 सरकारी नौकरी अपने नाम कर ली। यही नहीं वो अफसर बिटिया बनकर अपने गांव और घर का ही नहीं प्रदेश का नाम रौशन किया।
वहीं औरंगाबाद के ओम प्रकाश शर्मा भी एक साथ दो से ज्यादा नौकरियां पाने वालों में शामिल हैं। उन्होंने बीपीएससी टीचर एग्जाम में एक साथ तीन नौकरियों पर दावा ठोका है।
सबसे पहले बात जमुई की अफसर बिटिया टीनू सिंह की
पांच-पांच सरकारी नौकरी हासिल कर सबको चौंकाने वालों में जमुई की टीनू सिंह का नाम सबसे ज्यादा चर्चा में है। जमुई जिला मुख्यालय के मुन्ना सिंह और पिंकी सिंह की बेटी टीनू सिंह ने पांच दिन में पांच प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता हासिल कर पूरे प्रदेश में सुर्खियां बटोर लीं।
उन्होंने 5 सरकारी नौकरी में सेलेक्ट होकर सबको चौंका दिया। टीनू ने बीपीएससी टीचर्स भर्ती की परीक्षा में कामयाबी हासिल की। उन्होंनेबिहार एसएससी ग्रेजुएट लेवल एग्जाम भी पास किया। टीनू का सबसे पहला चयन 22 दिसंबर को कंप्यूटर ऑपरेटर के पद के लिए हुआ।
फिर 23 दिसंबर को बीएसएससी (CGL) प्रतियोगी परीक्षा में सफलता हासिल कर सहायक प्रशाखा पदाधिकारी बनीं। 25 और 26 दिसंबर को बीपीएससी की ओर से आयोजित शिक्षक भर्ती परीक्षा में उन्होंने 6 से 8, 8 से 10 और 10 से 12 तीनों ही क्लास वर्ग में कामयाबी हासिल की।
हालांकि, आखिर में उन्होंने सहायक प्रशाखा पदाधिकारी की नौकरी स्वीकार की, जिसमें उनकी पोस्टिंग पटना सचिवालय में रहेगी।
भोजपुर के अंगद राज को 5 सरकारी नौकरी का ऑफर
अपनी मेहनत और संघर्ष की बदौलत एक नहीं बल्कि पांच-पांच सरकारी नौकरी में सफलता हासिल करने वालों में भोजपुर के अंगद राज भी हैं। उन्होंने रेलवे की ग्रुप-डी से लेकर बिहार सब इंस्पेक्टर पद पर कब्जा जमाया।
इसके बाद उनका सेलेक्शन सचिवालय सहायक के पद पर हुआ। 2019 में अंगद राज को पहली सरकारी नौकरी मिली मुंबई में रेलवे ग्रुप-डी में चयन हुआ। वहां पर यार्ड में लगी ट्रेन में अंगद रहते थे। फिर अंगद का चयन बिहार पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पद पर हुआ, लेकिन परिवार की इच्छा पुलिस की नौकरी की नहीं थी।
जिसके बाद बीपीएसी के प्रशाखा पदाधिकारी के रूप में चयन हुआ और अब सचिवालय सहायक (एस्टिटेंट सेक्शन ऑफिसर, ASO) का रिजल्ट आया है। अंगद राज, भोजपुर के उदवंतनगर गांव के निवासी हैं। भोजपुर जिला मुख्यालय से 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इनका गांव है।
औरंगाबाद के ओमप्रकाश को मिला 3 सरकारी नौकरी का लेटर
बिहार के ही एक युवा को एक साथ 3 सरकारी नौकरी का ऑफर आया। ये सक्सेस स्टोरी है औरंगाबाद ओमप्रकाश की, जिन्होंने बीएड से लेकर कई प्रतियोगी परीक्षाएं पास की।
हालांकि, ओम प्रकाश को उम्मीद के मुताबिक सफलता नहीं मिली। इस दौरान लोग उन्हें ताना भी देने लगे, बावजूद इसके उन्होंने हौसला नहीं छोड़ा। उन्होंने जवाहर नवोदय विद्यालय की टीजीटी और पीजीटी की लिखित परीक्षा भी पास कर ली, लेकिन इंटरव्यू में सफल नहीं हुए।
अब उन्होंने बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की शिक्षक भर्ती में शामिल हुए। उनका चयन हिन्दी विषय के लिए मिडिल स्कूल, हाईस्कूल और लेक्चरर तीनों पदों पर एक साथ हो गया। बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा में उनका चयन हिन्दी विषय के लिए मिडिल स्कूल, हाईस्कूल और लेक्चरर तीनों पदों पर एक साथ हो गया।