35 सालों में अभी तक तय नहीं हो पाई हस्तिनापुर सेंक्चुरी की सीमा, वन विभाग ने दी अहम जानकारी

Meerut Zone UP

मेरठ(www.arya-tv.com) दुनियाभर में लुप्त हो रही वनस्पतियों और जीव-जंतुओं के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए तीन मार्च को विश्व वन्य जीव दिवस मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र महासभा हर साल अलग-अलग थीम पर दिवस को मनाता है।

बावजूद इसके भारत में वन्य जीवों की फिक्र ही नहीं की जाती है। जिले में 35 साल पहले बनी हस्तिनापुर सेंक्चुरी की चहारदीवारी तय न हो पाना इसका प्रमाण है। चहारदीवारी तय न होने यहां मौजूद बारहसिंघा और तेंदुओं समेत अन्य वन्य जीवों का जीवन आए दिन संकट में पड़ रहा है।

1986 में गंगा नदी के दोनों तटों पर अवस्थित खादर मैदानों एवं खोला पहाड़ियों को मिलाकर 2073 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल को हस्तिनापुर वन्य जीव विहार के रूप में संरक्षित करने का निर्णय लिया गया था। धारा 18 ए के तहत वन विभाग की तरफ से सेंक्चुरी के लिए भूमि अधिग्रहण के लिए अधिसूचना जारी कर दी गई थी। इसके बाद धारा 26 ए की कार्रवाई पूरी कर अंतिम अधिसूचना जारी नहीं की गई।