चमत्कारी हैं तो चीन को भस्म क्यों नहीं कर देते;धीरेंद्र शास्त्री पर बोले स्वामी

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(www.arya-tv.com) सोनभद्र पहुंचे स्वामी प्रसाद मौर्य ने बागेश्वर धाम को लेकर भी बयान दिया है। सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि बागेश्वर बाबा अगर चमत्कारी बाबा हैं तो चीन को भस्म क्यों नहीं कर देते। चीन हमेशा बॉर्डर पर आ कर धमकी देता रहता है। इसके साथ ही सपा नेता ने कहा कि आज कल के बाबाओं को अपने जप और तप पर भरोसा नहीं है वह सिर व जीभ काटने की बात करते हैं अब बाबा नहीं आतंकवादी हो गए हैं।

उन्होंने कहा कि रामचरितमानस मात्र एक महाकाव्य है ना कि कोई धार्मिक ग्रंथ, उसकी चौपाइयों में महिलाओं, दलितों पिछड़ों के प्रति भेदभाव किया गया है। इसके साथ ही उन्होंने बौद्ध धर्म को सबसे प्राचीन बताते हुए कहा कि हिंदू धर्म आचार्यों ने ही उन्हें वाल्मीकि रामायण की प्रति भेजी है। जिसमें बौद्ध धर्म का उल्लेख किया गया है। इससे साबित होता है कि बौद्ध धर्म सबसे प्राचीन है।

मोहन भागवत पर साधा निशाना
स्वामी प्रसाद मौर्य ने संघ प्रमुख मोहन भागवत पर निशाना साधा। बोले मोहन भागवत ने कहा जातियां ब्राह्मणों ने बनाई है। जो लोग मेरा सिर कलम करने के लिए इनाम दे रहे थे अब मोहन भागवत का सिर कलम क्यों नहीं करते। जो खूनी हिंसक भेड़िए के रूप में साधु, महात्मा और धर्म आचार्य स्वामी प्रसाद का सिर काटने के लिए 51 लाख, 21 लाख और 11 लाख की सुपारी दे रहे थे। अब भागवत स्वयं बोल दिए हैं तो उनका सिर कलम करने, हाथ, नाक, कान काटने की बात वह लोग क्यों नहीं कर रहे हैं?

“लखनऊ का नाम बदलकर लखन पासी कर दो”

सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने लखनऊ का नाम लखनपुर करने की भाजपा सांसद की मांग पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “लखनऊ का नाम लक्ष्मण की वजह से नहीं, बल्कि लखनऊ के राजा लखन पासी की पत्नी लखनावती के नाम पर पड़ा है। कोई दूसरा आकर कब्जा नहीं कर सकता। यदि बदलना ही है तो नया नाम लखनऊ पासी कर दो।” सपा नेता शनिवार को वाराणसी पहुंचे थे। इस दौरान बाबतपुर एयरपोर्ट पर पत्रकारों के सवाल पर ये बातें कही।

माला पहनाने की जगह स्याही फेंक दी

इसके बाद उन्होंने रविवार सुबह वाराणसी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। फिर स्वामी अपने काफिले के साथ मिर्जापुर के निकले। उनके स्वागत में टेंगरा मोड़ पर कुछ लड़के फूल-माला लेकर खड़े थे। उनको कार्यकर्ता समझ कर जब स्वामी का वाहन रुका, तो माला पहनाने की जगह उन पर स्याही फेंक दी गई।

मगर, स्याही स्वामी प्रसाद के बजाय उनकी कार पर पड़ी। लड़कों ने स्याही के साथ ही काले झंडे भी फेंके। पुलिस की लड़कों से हल्की झड़प भी हुई। इन दौरान हर-हर महादेव और जय श्री राम के नारे लगाए। लड़कों ने रामचरितमानस पर स्वामी की टिप्पणी का विरोध जताया।