पर्यावरण में स्थायी सुधार के लिए कार्य संस्कृति में हो बदलावः सुनीता नारायण

Environment

(www.arya-tv.com)   लॉकडाउन के चलते दिल्ली-एनसीआर ही नहीं, देश के हर शहर में इन दिनों साफ हवा चल रही है। प्रदूषण का कहीं नामोनिशान नहीं है। हर कोई खुलकर सांस ले रहा है। श्वास रोगियों की तकलीफ भी नियंत्रण में है। आसमान एकदम नीला है तो दूरदराज तक सब कुछ साफ दिखाई देने लगा है। देश भर से प्रदूषणमुक्त वातावरण के अद्भुत फोटो और वीडियो सामने आ रहे हैं।

लॉकडाउन खत्म होने के बाद भी प्रदूषण को नियंत्रण में रखना समय की आवश्यकता बन चुका है। इसके गंभीर परिणामों को देखते हुए ठोस उपाय करने ही होंगे, लेकिन क्या और कैसे, इसी मुद्दे पर संजीव गुप्ता ने जानी-मानी पर्यावरणविद सुनीता नारायण से लंबी बातचीत की। प्रस्तुत हैं मुख्य अंश

इसमें कोई संदेह नहीं कि लॉकडाउन ने लोगों को भले ही घरों में कैद कर दिया हो, लेकिन हवा को प्रदूषण से बिल्कुल मुक्त कर दिया है। सुबह- शाम के अति व्यस्त घंटों में भी इन दिनों हवा एकदम साफ चल रही है। प्रमुख प्रदूषक तत्व पीएम 2.5 एवं नाइट्रोजन डाइऑक्साइड    (एनओ 2) में भी 75 फीसद तक कमी हो गई है। यहां तक कि मृतप्राय: यमुना को भी जैसे फिर से जीवन मिल गया है। गंगा का पानी भी बिल्कुल साफ नजर आ रहा है, लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि यह सब तब हुआ है जब अर्थव्यवस्था के साथ ही जिंदगी भी ठहर सी गई है।