जूते में स्मैक छिपाकर तस्करी:उत्तराखंड स्मैक लेकर जा रहे तस्कर को भमोरा पुलिस ने किया गिरफ्तार

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(www.arya-tv.com) स्मैक तस्करी के दौरान बार-बार पकड़े जाने के चलते बरेली के भमाेरा थाना क्षेत्र के स्मैक तस्कर ने तस्करी का नया तरीका निकाल लिया। पुलिस से बचने के लिए वह अब जेब, झोले या फिर शरीर में स्मैक छुपाने की जगह फटे जूते में स्मैक छुपाकर तस्करी करने लगा। पुलिस ने जब मुखबिर की सूचना पर उसे पकड़ा तो घंटों तलाशी के बाद भी स्मैक बरामद नहीं हो सकी।

शंका होने पर पुलिस ने जब उसके जूते को चेक किया तो उसमें से स्मैक बरामद हो गई। पूछताछ में बताया कि पुलिस जल्दी जूता चेक नहीं करती है। इसलिए व जूते में ही स्मैक छुपा कर तस्करी करने लगा। पुलिस को उसके जूते के अंदर 265 ग्राम स्मैक मिली। पूछताछ के बाद पुलिस ने आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

फटे जूते ने खोल दी पोल

बरेली के भमोरा थाना क्षेत्र के क्योना गौटिया निवासी कय्यूम पुत्र अनीश अहमद स्मैक तस्कर है। उसके पिता अनीश भी स्मैक तस्कर है। वह पिता के ही साथ मिलकर स्मैक तस्करी के कारोबार को अंजाम देता है। वह कई बार बरेली और दिल्ली से स्मैक तस्करी में जेल जा चुका है। सोमार को ट्रेनी सीओ एवं थाना प्रभारी भमोरा डा. दिप शिखा अहिबरन को मुखबिर से सूचना मिली की कई सालों से स्मैक तस्करी करने वाला कय्यूम इन दिनों भमोरा में है। वह स्मैक तस्करी को अंजाम देने वाला है। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर उसे दबोचा तो तलाशी के दौरान उसके पास स्मैक नहीं मिली। पुलिस ने उसके कपड़े भी उतरवा लिए लेकिन स्मैक बरामद नहीं हुई।

कुछ देर बाद पुलिस ने देखा कि कय्यूम ने कपड़े ताे ब्रांडेड पहने लेकिन उसका जूता फटा हुआ है। शक के आधार पर पुलिस ने उसका जूता चेक किया तो मौजूद पुलिसकर्मियों की बांछे खिल गई। उसने जूते में स्मैक छुपा रखी थी। पुलिस ने उससे जब जूते में स्मैक छुपाने का कारण पूछा तो उसने बताया कि वह जब भी स्मैक जेब, बैग या फिर शरीर में छुपाकर ले जाता था तो पकड़ा जाता था, लेकिन जुता कोई छुना नहीं चाहता इसलिए उसने जुते में स्मैक छुपा कर तस्करी शुरू कर दी। हालांकि जूते में स्मैक छुपाने के चलते स्मैक की मात्रा कम हो गई और वह सिर्फ 250 ग्राम से 300 ग्राम स्मैक ही जूते मे छुपा कर तस्करी करता है। वह स्मैक की सप्लाई उत्तराखंड के सितारगंज देने जा रहा था।

23 महीने बाद तिहाड़ जेल से छूटा था

पूछताछ में पता चला आरोपित के खिलाफ बरेली समेत दिल्ली में करीब आधा दर्जन स्मैक तस्करी के मुकदमे दर्ज हैं। अभी तीन हफ्ते पहले ही 23 महीने तिहाड़ जेल में काटकर जमानत पर छूटा था। बाहर निकलते ही वह फिर से स्मैक तस्करी करने लगा था।

कय्यूम का पिता भी स्मैक तस्कर है और भमोरा थाने का हिस्ट्रीशीटर भी है। फिलहाल पुलिस ने कय्यूम को गिरफ्तार कर उसकी संपत्ति की जांच शुरू कर दी है। पकड़े गए स्मैक की कीमत करीब तीन लाख रुपये है। उसने बताया कि जेल से छूटने के बाद वह अब तक आधा दर्जन जगहों पर जूते में स्मैक छुपाकर तस्करी कर चुका है।