वाराणसी के बाद कानपुर में क्रूज चलाने की तैयारी; बिठुर तक 1.35 घंटे में पहुंचेंगे

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(www.arya-tv.com)  कानपुर में गंगा की लहरों पर कश्मीर की डल झील जैसा आनंद ले सकेंगे। गंगा पर शिकारा बोट पर लोग राइड कर सकेंगे। इसके लिए नावों को खास रूप से तैयार किया जा रहा है। सर्दियों में घने कोहरे के बीच शिकारा बोट पर बोटिंग लोगों को कश्मीर की डल झील जैसा एहसास कराएगी।

मल्लाहों की नाव तैयार की जा रही
बोट क्लब में बोट का संचालन कर रही मणिकर्णिका कम्पनी के सत्यम दुबे ने बताया कि पहले फेज में 2 शिकारा बोट को तैयार किया जा रहा है। स्थानीय मल्लाहों को रोजगार मिले, इसके लिए उनकी बोट को शिकारा बोट जैसा लुक दिया जा रहा है। बोट में ही खाने-पीने की सुविधा भी मिलेगी। सर्दियों में गंगा के ऊपर कोहरा बहुत ज्यादा होता है। ऐसे में सर्दियों में शिकारा बोट में बोटिंग कश्मीर जैसा एहसास मिलेगा।

गंगा पर चलेगी क्रूज
कमिश्नर डा. राज शेखर ने बताया कि कानपुर से बिठूर तक क्रूज बोट भी चलाने की तैयारी की जा रही है। बोट का संचालन कर रही कंपनी ही क्रूज का भी संचालन करेगी। फरवरी में लोग गंगा पर क्रूज में कानपुर गंगा बैराज से बिठूर तक सफर कर सकेंगे। यूपी में वाराणसी के बाद कानपुर दूसरा शहर होगा, जहां क्रूज बोट चलेंगी। बिठूर तक सफर में करीब 1 घंटा 35 मिनट लगेंगे। गोवा से क्रूज बोट का किराए पर लाकर संचालन की तैयारी है।

ऋषिकेश की तरह कर सकेंगे कैंपिंग
कानपुर को वाटर एडवेंचर स्पोर्ट्स का हब बनाने के साथ ही वाटर टूरिज्म का हब बनाने पर भी तेजी से काम किया जा रहा है। कानपुर गंगा बैराज से बिठूर तक के रास्ते पर लोग क्रूज से उतर कर गंगा किनारे कैंपिंग भी कर सकेंगे। इसके लिए जगह चिन्हित की जा रही है। अभी तक ऋषिकेश में गंगा किनारे लोग कैंपिंग का आनंद लेने के लिए जाते हैं।

प्रदेश में बिठूर की अलग पहचान
बिठूर में ब्रह्माखूटी होने के साथ मां सीता के प्रवास को लेकर बिठूर की अलग पहचान है। पुराणों के मुताबिक मां सीता के प्रवास के लिए जाना जाता है। मां सीता ने लव और कुश को यहीं जन्म दिया था। यहां सीता रसोई, लवकुश आश्रम, सीता कुंड, स्वर्ण सीढ़ी सहित कई ऐसी प्राचीन स्मृतियां आज भी मौजूद हैं। यूपी में टूरिज्म के नक्शे पर बिठूर को तेजी से डेवलप किया जा रहा है।

कानपुर बोट क्लब से होगा संचालन
कानपुर गंगा बैराज पर कानपुर बोट क्लब का संचालन शुरू किया गया है। 9 दिसंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसका लोकार्पण किया था। 24 दिसंबर को इसको पब्लिक के लिए खोल दिया गया है। यहां रोजाना सैकड़ों की संख्या में लोग बोटिंग करने के लिए पहुंच रहे हैं।

गंगा पर इन बोट का संचालन
-वाटर स्कूटर
-हैलो बोट
-स्पीड बोट
-ड्रैगन बोट
-रोइंग और कैनाइन बोट