(www.arya-tv.com) उत्तर प्रदेश में भले ही सूखे की स्थिति है और प्रयागराज में लोग पानी बरसने का इंतजार कर रहे हों, लेकिन यहां गंगा और यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। पहाड़ों पर हो रही बारिश और बैराजों से छोड़े गए पानी के कारण बुधवार को संगम में 5 फीट तक जलस्तर बढ़ा है। इससे तीर्थ पुरोहितों को करीब आधा किलोमीटर तक अपना तखत, झंडा और सामान पीछे खिसका कर लाना पड़ा। अगर इसी तेजी से पानी बढ़ता रहा तो एक सप्ताह में जलस्तर बढ़कर लेटे हनुमान मंदिर तक पहुंच सकता है।
पंडे अपना सामान समेटते दिखे
गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ने के कारण प्रयागराज के संगम में दान-पुण्य और कर्मकांड कराने वाले तीर्थ पुरोहित अपना सामान अब समेटने लगे हैं। मंगलवार को संगम क्षेत्र में पंडे अपना सामान समेटते दिखे। गाड़ियों में सामान लादकर शहर की तरफ ले जाते दिखे। दारागंज पार्षद और नाविक संघ से ताल्लुक रखने वाले अरुण कुमार निषाद ने बताया कि यहां पर दिक्कतें बहुत हैं। नाव अपने स्थान से पीछे लाकर गाड़नी पड़ रही है।
संगम से अपना सामान समेट रहे तीर्थ-पुरोहित घंटी गुरु ने बताया कि तीन दिन से तेजी से गंगा में जलस्तर बढ़ रहा है। इससे अब हमें अपना सामान यहां से हटाना पड़ रहा है।
संगम में काफी दूरी तक एक टॉपू बन गया है। काफी भू भाग में बने इस टापू के तीन तरफ से पानी भर गया है। एक तरफ से जहां से जुड़ा हुआ है, वह भी एक से दो दिन में डूब जाएगा। एक तरफ जो बचा है, उसके डूबने के बाद संगम में स्नान करना कठिन हो जाएगा।
संगम स्नान को आ रहें हजारों श्रद्धालु
भले ही गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है, लेकिन संगम में हजारों की संख्या में देश के कोने-कोने से श्रद्धालु संगम स्नान को आ रहे हैं। पंडा समाज के लोगों ने सुरक्षा कारणों से संगम के बीच धार से नावों को किनारे की ओर लगा लिया है। वहीं पर तखत जोड़कर स्नान के लिए अस्थायी घाट तैयार कर दे रहे हैं।
बाढ़ विभाग के आंकड़ों में जलस्तर
13 जुलाई को गंगा का जलस्तर
- फाफामऊ-76.62 मीटर
- छतनाग-71.85 मीटर
- नैनी- 72.73 मीटर
20 जुलाई को गंगा का जलस्तर
- फाफामऊ-77.57 मीटर
- छतनाग-74.21 मीटर
- नैनी- 74.95 मीटर
24 घंटे में बढ़ा जलस्तर
- फाफामऊ -3 सेंटीमीटर
- छतनाग- 23 सेंटीमीटर
- नैनी-46 सेंटीमीटर
खतरे का निशान 84.734 मीटर है।