रामलला की मूर्ति फाइनल पर 17 जनवरी को होगा अनावरण, चंपत राय बोले- अभी कुछ नहीं बताऊंगा’

# ## National

(www.arya-tv.com) भव्‍य राम मंदिर में स्‍थापित करने के लिए बनी तीन राम मूर्तियों में से एक फाइनल हो चुकी है। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी की मानें तो तीन मूर्तिकारों में से मैसूर, कर्नाटक के योगीराज अरुण की बनाई मूर्ति पर मोहर लग गई है। हालांकि, श्रीराम जन्‍मभूमि तीर्थ ट्रस्‍ट के महासचिव चंपत राय का कहना है- ‘मैं अभी इस मामले में कुछ नहीं बोलूंगा।

मूर्तिकार मंदिर समिति ही अंतिम फैसला लेगी।’ बताया जा रहा है कि मूर्ति तो फाइनल हो गई है, लेकिन ट्रस्‍ट 17 जनवरी को इस बारे में राम भक्‍तों को बताएगी। इस दिन अयोध्‍या में नगर यात्रा निकाली जाएगी। इस दौरान मूर्ति का अनावरण किया जाएगा।

चंपत राय का कहना है कि 29 दिसंबर को वोटिंग के जरिये रामलला की मूर्ति फाइनल की जा चुकी है। हालांकि 17 जनवरी को इस मूर्ति की तस्‍वीर और वीडियो आम जनता के लिए जारी किया जाएगा।

11 सदस्‍यीय मूर्तिकार मंदिर समिति के सदस्‍यों ने अपने वोट देकर रामलला की मूर्ति फाइनल कर दी है। 17 जनवरी से पहले इस बारे में डिटेल जानकारी नहीं दी जा सकती है। अयोध्‍या में नगर यात्रा के दौरान मूर्ति का अनावरण किया जाएगा।

मोदी से मिल चुके हैं मूर्तिकार योगीराज अरुण

गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने ट्वीट कर बताया है कि अयोध्या में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के लिए मूर्ति के चयन को अंतिम रूप दे दिया गया है। हमारे देश के प्रसिद्ध मूर्तिकार योगीराज अरुण द्वारा बनाई गई भगवान राम की मूर्ति अयोध्या में स्थापित की जाएगी।

योगीराज अरुण पीएम नरेंद्र मोदी से भी मुलाकत कर चुके हैं। योगीराज अरुण ने पीएम मोदी को सुभाषचंद्र बोस की मूर्ति भेंट की थी। इसके बाद वो चर्चा में आए थे। तब इनकी फोटो काफी चर्चा मे थी। योगीराज अरुण ने मैसूर यूनिवर्सिटी से 2008 में एमबीए भी किया है। वो प्रसिद्ध मूर्तिकार योगीराज शिल्पी के बेटे हैं।