मोदी पर टिप्पणी से पहले मानसरोवर गवाने वाले अपने नाना का इतिहास पढ़ें राहुल: साध्वी

Lucknow

भारत-चीन के बीच भारी तनाव के बावजूद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर टिप्पणी करने से बाज नहीं आए। सीमा पर चीनी सैनिकों के साथ हिंसक टकराव में 20 भारतीय जवानों के शहादत के बाद राहुल ने सवाल किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मामले पर खामोश क्यों हैं।

विश्व हिंदू परिषद की नेता फायरब्रांड नेता डॉ. साध्वी प्राची ने इस मामले पर राहुल गांधी पर हमला बोला है। साध्वी ने कहा कि राहुल देश को मोदी जी को बदनाम करने के लिए कह रहे हैं कि मोदी जी बताएं कि बॉर्डर पर झगड़ा कैसे हुआ। मुझे बड़ा आक्रोश है इस राहुल पर। सारी जानकारी राहुल को ह क्योंकि शी जिनपिंग के साथ राहुल की बात होती है। आज ये मोदी जी के बहाने देश को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।

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साध्वी ने कहा कि राहुल को अपने नाना का इतिहास पढ़ना चाहिए। शर्म आनी चाहिए इनको नेहरू खानदान में जन्म लेकर देश को गुमराह करने का काम कर रहे हैं। राहुल के नाना नेहरू ने मानसरोवर जो बाबा शिव का पवित्र धाम है वह नेहरू ने विधर्मी कम्यूनिस्ट को दे दिया था। इतना ही नहीं हजारों एकड़ जमीन पाकिस्तान और चाइना को दे दिया था।

डर्टी राजनीति करता है नेहरू खानदान
साध्वी ने कहा कि नेहरू खानदान की जासूसी करनी चाहिए। इनके संबंध ऐसे ही आतंकियों से हैं। नेहरू खानदान की सरकार जासूसी कराए, क्योंकि विश्व की महाशक्ति बनाने का काम जो मोदी जी कर रहे हैं। इसलिए इनको यह बर्दाश्त नहीं हो रहा है। नेहरू खानदान डर्टी राजनीति करता है। राहुल को कुछ बताने की जरूरत नहीं पूरे देश को मोदी जी पर भरोसा है। नेहरू ने ही 1962 के युद्ध में भारतीय सेना को हथियार नहीं दिए थे। गढ़वाल बटालियन को वापस बुला लिया था कहा था कि हमारे पास हथियार नहीं हैं आज उनके वंशज मोदी सरकार से सवाल कर रहे हैं।

सर्जिकल स्ट्राइक के मांगे थे सबूत
साध्वी ने कहा कि आज जो भी जवान बॉर्डर पर शहीद हो रहा है उसके लिए नेहरू खानदान ही जिम्मेदार है। राहुल गांधी ऐसी विषम परिस्थिति में भी राजनीति करते हैं। इनको शर्म आनी चाहिए। हालांकि यह पहली बार नहीं है ये वही लोग हैं जो सर्जिकल ​स्ट्राइक के सबूत मांग रहे थे।

राहुल गांधी ने ट्वीट किया
प्रधानमंत्री खामोश क्यों हैं? वह छिपे हुए क्यों हैं? अब बहुत हो चुका। हमें यह जानने की जरूरत है कि क्या हुआ है। हमारे सैनिकों की हत्या करने की चीन की हिम्मत कैसे हुई? हमारी भूमि पर कब्जा करने की उनकी हिम्मत कैसे हुई।

राहुल गांधी के नाना जवाहरलाल नेहरू ने कैलास मानसरोवर चीन का दे दिया था। आज भी यह चीन के कब्जे वाले तिब्बत में पड़ता है। अंग्रेजों के जाने के बाद 1950 में चीन ने तिब्बत पर हमला करके कैलाश मानसरोवर को कब्जे में ले लिया था। उस समय भारतीय सेना इतनी मजबूत थी कि अगर चाहती तो तिब्बत की सुरक्षा के लिए चीन का मुकाबला कर सकती थी। लेकिन नेहरू ने चीन को मित्र मानते हुए ऐसा नहीं किया।