करौली आश्रम से लापता शख्स की 2 महीने बाद FIR:झारखंड का परिवार भटकता रहा

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(www.arya-tv.com) कानपुर के संतोष सिंह भदौरिया उर्फ करौली बाबा के आश्रम से झारखंड के एक शख्स के लापता होने का मामला सामने आया। बैकफुट पर रहने वाले वाली पुलिस ने 2 महीने तक इस शख्स की गुमशुदगी तक दर्ज नहीं की। परिवार के मुताबिक करौली आश्रम में 2 महीने पहले इलाज और पूजन की आड़ में 1.80 लाख रुपए ठगे गए थे। कानपुर पुलिस ने मामला उछलने के बाद FIR दर्ज की है।

मानसिक बीमारी के इलाज को आए कानपुर

झारखंड देवघर जिला के मारगोमुंडा कोल्हुआ गांव के उमेश यादव ने बताया कि उनका छोटा भाई मुन्ना मानसिक रूप से बीमार है। 25 जनवरी को वह दादी करमी देवी, पिता मुरली यादव (55), भाई मुन्ना और छोटू के साथ कानपुर के करौली सरकार में भाई मुन्ना के लिए पूजा-पाठ कराने आए थे।
परिवार के सभी लोग आश्रम में रुककर पूजा-पाठ की प्रक्रिया में लगे थे। इसी दौरान 26 जनवरी को भाई और फिर 27 की भोर में पिता मुरली 4 बजे टॉयलेट जाने के लिए निकले और संदिग्ध हालात में लापता हो गए। भाई तो कानपुर कुछ दिनों बाद मिल गया, लेकिन काफी तलाश के बाद भी पिता का कोई सुराग नहीं मिल रहा है।
कानपुर पुलिस ने कार्रवाई का भरोसा देकर झारखंड भेजा
बिधनू थाने की कुरिया चौकी, बिधनू थाना और एसीपी घाटमपुर को मामले की जानकारी दी, लेकिन बिधनू थाने की पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की। कार्रवाई का भरोसा देकर परिवार को वापस झारखंड भेज दिया। करौली सरकार का कच्चा चिट्‌ठा खुलने के बाद एक बार फिर उमेश ने अपने पिता के तलाश की गुहार लगाई तो सच्चाई सामने आई।
इसके बाद ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी के आदेश पर गुरुवार रात को लापता मुरली यादव की गुमशुदगी दर्ज करके तलाश शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि झारखंड के लापता युवक की गुमशुदगी दर्ज कर ली गई है। पुलिस की एक टीम को मामले की जांच के लिए लगाया गया है। परिवार ने इसके अलावा बाबा पर अन्य कोई आरोप नहीं लगाया है।

आश्रम में 2 घंटे तक जांच-पड़ताल और बाबा से पूछताछ
पहले तो डॉक्टर सिद्धार्थ से मारपीट और अब आश्रम कैंपस से झारखंड के मुरली के लापता होने का मामला सामने आने के बाद पुलिस हरकत में आई है। बिधनू पुलिस करौली सरकार आश्रम में गुरुवार शाम को दोबारा जांच करने पहुंची। इस बार मारपीट के साथ ही लापता मुरली की तलाश में जुटी पुलिस तथ्य जुटाने में लगी थी। सीसीटीवी का रिकॉर्ड फिर से पुलिस को नहीं मिल सका। बाबा संतोष सिंह भदौरिया से मुरली को लेकर करीब एक घंटे तक पूछताछ की। इसके बाद पुलिस वापस लौट गई।

बाबा ने भी नहीं की कोई मदद
भाई और पिता के लापता होने के बाद परिवार के लोग करौली बाबा के सामने पेश हुए थे। मदद की गुहार लगाई थी। बाबा ने तलाश करने की बजाए कहा कि लापता भाई के अंदर आत्महत्या का विचार है। ये तो मरने मारने पर उतारू है। फिर मन में मंत्रों का जाप करते हुए कहा था कि दोनों को खींचकर लाया जाए। दोनों के मिल जाने का दावा किया था, लेकिन पिता का आज तक कोई सुराग नहीं मिला।

पीड़ित परिवार बोला- करौली बाबा हैं महाठग
पीड़ित परिवार ने बताया कि करौली सरकार के संतोष सिंह भदौरिया महाठग हैं। एंट्री करने के बाद ही उनके कैश काउंटर पर मौजूद लोगों ने 1.51 लाख रुपए 24 घंटे हवन के नाम पर जमा कराए थे। पूजा-पाठ पूरा होने के बाद तंत्र-मंत्र के नाम पर 20 हजार रुपए ले लिया। जब कई दिन बीतने के बाद भी कोई फायदा नहीं मिला तो लाल कपड़ा खोलकर देखा तो उसमें ईंट-पत्थर रखा हुआ था। आश्रम में पूजा-पाठ और इलाज के नाम पर सिर्फ ठगी की जा रही है।

पिता को ढूंढने में किसी ने मदद नहीं की
27 जनवरी की रात को आश्रम में पिता टॉयलेट के लिए निकले थे, लेकिन लौट कर नहीं आए। बिधनू थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। कई दिन रुक कर पुलिस प्रशासन और आश्रम के कई चक्कर काटे। लेकिन, पिता का कोई सुराग नहीं मिला। थक-हार कर पूरा परिवार झारखंड वापस लौट गया था। किसी ने कोई मदद नहीं की।