ताजमहल के अंदर सैलानियों के साथ ही जायेंगे फोटोग्राफर और गाइड

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(www.arya-tv.com)  अक्टूबर से पर्यटन सीजन शुरू होने जा रहा है। इससे पहले ताजमहल पर आई अव्यवस्थाओं की बाढ़ को रोकने के लिए पुरातत्व विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है। फोटोग्राफर और गाइड अब ताजमहल के अंदर सैलानियों के साथ ही प्रवेश कर पाएंगे। इसके साथ ही शिल्पग्राम पार्किंग से पूर्वी गेट तक कोई लपका, स्टे या लाइसेंसी गाइड नहीं खड़ा हो पायेगा।

बता दें की बीते दिनों ताजमहल पार्किंग पर लपकों की एंट्री के विरोध में लाइसेंसी गाइड उतर आए। ताजमहल पर लाखों के आतंक के कई मामले सामने आए। पर्यटक के सामने ही दो स्टे गाइड भिड़ गए। पुलिस को दोनों को पकड़ कर कार्रवाई करनी पड़ी। गाइडों और फोटोग्राफरों द्वारा पुरातत्व विभाग के कर्मियों से बदसलूकी की गयी।

इसके बाद पुरातत्व अधीक्षक आर के पटेल ने सहायक संरक्षक प्रिंस बाजपेयी को ऐसे फोटोग्राफरों को चिन्हित कर उनके खिलाफ फोटोग्राफी नियमों की अवहेलना के तहत कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

पुरातत्व अधीक्षक आर के पटेल ने बताया की ताजमहल के अंदर फोटोग्राफर फोटोग्राफी के काम की बजाए अन्य गलत गतिविधियों में शामिल हो रहे हैं। इससे ताजमहल का वातावरण खराब हो रहा है। पुरातत्व कर्मी भी जरूरी कामों को छोड़ कर इनसे बहस में समय खराब करने को मजबूर हो रहे हैं। फोटोग्राफरों को ताजमहल में फालतू बैठना और पर्यटकों से बात कर उन्हें फ़ोटो खिंचवाने के लिए कहना बिल्कुल गलत है।सीआईएसएफ के साथ मिलकर चिन्हित फोटोग्राफरों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और किसी भी फोटोग्राफर को बिना सैलानी के अंदर प्रवेश नहीं मिलेगा, न ही किसी को ताजमहल में फालतू बैठने दिया जाएगा।सैलानी से बाहर ही फोटोग्राफी का काम तय कर उसके साथ ही वो अंदर आ पाएंगे।

गाइडों पर भी गाज

ताजमहल पर पुरानी मंडी की तरफ स्टे गाइडों का पॉइंट है और शिल्पग्राम पर लाइसेंसी गाइडों का ऑफिस बनाया गया है। वर्तमान में तमाम लोग स्टे गाइड का आईकार्ड टांग लपका गिरी कर रहे हैं। मंगलवार को कमिश्नरी में हुई बैठक में कमिश्नर अमित कुमार के द्वारा निर्देशित किया गया है की ताजमहल की शिल्पग्राम पार्किंग और पश्चिमी गेट पार्किंग पर कोई लपका या गलत व्यक्ति बिल्कुल न रुकने दिया जाए। शिल्पग्राम से ताजमहल तके बीच मे कोई गाइड नहीं खड़ा होगा। गोलफ कार को ताज खेमा से आगे बढ़ा कर ताजमहल पूर्वी गेट के पास तक ले जाया जाए। अभी गोल्फकार सिर्फ ताज खेमा तक जाती है और पर्यटकों को 250 मीटर पैदल चलना पड़ता है। पर्यटन विभाग द्वारा 1 सप्ताह के अंदर इस सूचना के साइनबोर्ड लगा दिए जाएंगे।