आर्यकुल कॉलेज में मनाया गया विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस

Lucknow

(www.arya-tv.com)लखनऊ के बिजनौर स्थित आर्यकुल कॉलेज ऑफ एजुकेशन में विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस मनाया गयाI यह दिवस हर साल 3 मई को मनाया जाता हैI यूनेस्को के सामान्य सम्मेलन की सिफारिश के बाद, दिसंबर 1993 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस घोषित किया गया था। तब से, 3 मई, विंडहोक की घोषणा की वर्षगांठ को दुनिया भर में विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है। आर्यकुल महाविद्यालय में इस वर्ष की थीम “ए प्रेस फॉर द प्लैनेट: जर्नलिज्म इन द फेस ऑफ़ द एनवायर्नमेंटल क्राइसिस” के तहत विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस मनाया गयाI विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर संगोष्ठि का आयोजन किया गया जिसमें बी.एड के छात्र-छात्राओं ने उत्साह व उल्लास के साथ प्रतियोगिता में भाग लिया।

इस प्रतियोगिता में बी.एड के अंशिका सिंह व पारुल वैश् ने अपने विचारों को व्यक्त कियाI इस अवसर पर आर्यकुल महाविद्यालय के प्रबंधक निदेशक डॉ सशक्त सिंह ने कहा की प्रेस की स्वतंत्रता के मूलभूत सिद्धांतों का सम्मान करने और उन्हें बरकरार रखने का एक महत्वपूर्ण दिन हैI हर साल हम यह दिवस पत्रकारों के सामने आने वाली कठिनाइयों और सूचना के सुचारू प्रवाह को बनाए रखने के लिए उनके द्वारा किए जाने वाले कार्यों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाते है। इस अवसर पर प्रबंध-पत्रकारिता एवं शिक्षा विभाग की उप निदेशक डॉ. अंकिता अग्रवाल ने कहा सूचना के प्रवाह को बनाए रखने और प्रेस की स्वतंत्रता को बढ़ावा देने में पत्रकारों और मीडिया संगठनों के प्रयासों की सराहना करने का यह सर्वोत्तम अवसर है।

इस दिन का उद्देश्य प्रेस की स्वतंत्रता के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना और कर्तव्य के दौरान अपनी जान गंवाने वाले पत्रकारों को श्रद्धांजलि देना है। इस अवसर पर पत्रकारिता विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. रेखा सिंह ने इस वर्ष की थीम पर प्रकाश डालते हुए कहा की जनता को पर्यावरण के समक्ष आने वाली समस्याओं एवं समाधानों के बारे में जानकारी देना, जलवायु परिवर्तन जैसी गंभीर पर्यावरणीय समस्याओं के समाधान के लिए ठोस कार्रवाई को प्रभावित करना व निगमों और सरकारों को पर्यावरणीय कार्यों के लिए ज़िम्मेदारी स्वीकार करने के लिए बाध्य करना प्रेस का सर्वोपरी कार्य हैI डॉ. रेखा सिंह ने छात्र-छात्राओं से आग्रह करते हुए कहा कि आप अपने स्तर पर समस्याओं के निवारण के लिए कुछ उपाय करें व दूसरो को भी प्रोत्साहित करें। इस हमें समाज में प्रेस की स्वतंत्रता के महत्व को उजागर करना है। साथ ही साथ यह सुनिश्चित करना है कि जनता की जानकारी तक पहुंच हो और सरकार लोगों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सम्मान करे।

इस दिन का उद्देश्य दुनिया भर के पत्रकारों और मीडिया संगठनों के सामने आने वाली धमकियों, हिंसा और सेंसरशिप सहित चुनौतियों के बारे में जागरूकता बढ़ाना भी है। जैसा कि हम सब जानते हैं कि पत्रकारों को समसामयिक मुद्दों, जैसे आपूर्ति-श्रृंखला समस्याओं, जलवायु प्रवासन, निष्कर्षण उद्योग, अवैध खनन, प्रदूषण, अवैध शिकार, पशु तस्करी, वनों की कटाई, या जलवायु परिवर्तन पर जानकारी प्राप्त करने और प्रसारित करने में महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। दुनिया भर में शांति और लोकतांत्रिक मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए इन मुद्दों की दृश्यता सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है। इस अवसर पर आर्यकुल ग्रुप ऑफ कॉलेज की प्रबंध- पत्रकारिता एवं शिक्षा विभाग की उप निदेशक डॉ. अंकिता अग्रवाल, पत्रकारिता विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. रेखा सिंह, अनिल त्रिपाठी, विनीता दीक्षित, आकांशा सैनी, अनामिका ओझा के साथ अन्य शिक्षक गण, स्टाफ उपस्थित रहे।