पंडित बृजेश कुमार मिश्रा
- मुख्यमंत्री ने डेंगू तथा अन्य संचारी रोगों की समीक्षा की
- इन रोगों की रोकथाम के लिए प्रयासों को और तेज करने के निर्देश
- डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल की भांति डेडिकेटेड डेंगू अस्पताल एक्टिव किये जाएं,प्रत्येक जिले में कम से कम एक ऐसा डेडिकेटेड अस्पताल जरूर क्रियाशील हो
- प्रदेश सरकार के सभी मंत्री फील्ड में बने रहें
- प्रत्येक दशा में यह सुनिश्चित किया जाए अस्पताल में आने वाले प्रत्येक मरीज को बेड मिले, उसकी समुचित चिकित्सकीय जांच हो और समय पर इलाज किया जाए
- सभी जनपदों में डेंगू और प्लेटलेट्स की जांच की सुविधा होनी चाहिए
- नगर विकास व पंचायती राज विभागों द्वारा प्रदेशव्यापी साफ-सफाई व फॉगिंग का कार्य नियमित रूप से कराया जाए
- स्वास्थ्य, नगर विकास, पंचायती राज और सूचना विभाग व्यापक जागरूकता के कार्यक्रम चलाएं
- प्रयागराज में आगामी माघ मेले की तैयारियां समय से पूर्ण कर ली जाएं
- प्रयागराज माघ मेले सहित सभी मेलों, पर्वों व त्योहारों पर बिजली की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाए
- सभी धान क्रय केंद्र क्रियाशील रहें, केंद्रों पर किसानों की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जाए
- अतिवृष्टि के कारण जिन भी जिलों में किसानों की फसल का नुकसान हुआ, उनकी क्षतिपूर्ति बिना विलंब कराई जाए
- विद्यार्थियों को निःशुल्क टैबलेट/स्मार्टफोन वितरण का कार्य सुचारु रूप से जारी रखा जाए
(www.arya-tv.com)उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक में डेंगू तथा अन्य संचारी रोगों की समीक्षा करते हुए रोकथाम के लिए प्रयासों को और तेज करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विगत कुछ सप्ताह से डेंगू व अन्य संचारी रोगों के दुष्प्रभाव में बढ़ोत्तरी देखी जा रही है। इनकी स्क्रीनिंग के लिए सर्विलांस को बेहतर करने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया कि डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल की भांति डेडिकेटेड डेंगू अस्पताल एक्टिव किये जाएं। हर जिले में कम से कम एक ऐसा डेडिकेटेड अस्पताल जरूर क्रियाशील हो। यहां चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों की उपलब्धता, जांच की सुविधा तथा उपचार की पर्याप्त व्यवस्था हो। इसे आई0सी0सी0सी0 से भी जोड़ा जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार के सभी मंत्री फील्ड में बने रहें। प्रत्येक दशा में यह सुनिश्चित किया जाए अस्पताल में आने वाले हर मरीज को बेड मिले, उसकी समुचित चिकित्सकीय जांच हो और समय पर इलाज किया जाए। प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों सहित जिला अस्पताल, पी0एच0सी0, सी0एच0सी0 व उच्च स्तरीय चिकित्सा संस्थान साधन सम्पन्न हैं। इसका लाभ लोगों को मिलना चाहिए। स्वास्थ्य सेवा अथवा सुरक्षा में तैनात कार्मिकों से मरीजों के तीमारदारों के साथ सहयोगपूर्ण व्यवहार करने की अपेक्षा है।
मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया कि अतिवृष्टि के कारण जिन भी जिलों में किसानों की फसल का नुकसान हुआ है, उनकी क्षतिपूर्ति बिना विलंब कराई जाए। बुन्देलखण्ड क्षेत्र और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जनपदों सहित 50 जिलों के किसान प्रभावित हुए हैं। यह सुनिश्चित किया जाए कि एक भी प्रभावित किसान क्षतिपूर्ति से वंचित न रहे।
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