(www.arya-tv.com)मुथूट फाइनेंस के चेयरमैन MG जॉर्ज मुथूट का शुक्रवार शाम को दिल्ली में निधन हो गया। वह अपने घर पर सीढ़ियों से गिर गए थे जिसके बाद उन्हें दिल्ली के एस्कॉर्ट्स अस्पताल में भर्ती किया गया था। जॉर्ज मुथूट 72 साल के थे। मुथूट फाइनेंस देश की सबसे बड़ी नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC) है। यह ग्रुप सोने के एवज में लोन देने से लेकर रियल्टी, इंफ्रा, हॉस्पीटल, शिक्षा आदि में शामिल है
2020 में बने देश के 44 वें सबसे अमीर आदमी
उनकी ही लीडरशिप के अंदर मुथूट ग्रुप की 5500 शाखाएं हो गईं और मुथूट ग्रुप दुनिया भर में 20 से भी अधिक बिजनेस करने लगा। 2 मार्च 1949 को केरल में जन्मे जॉर्ज को 2020 में फोर्ब्स एशिया मैगजीन में 44 वां सबसे अमीर व्यक्ति घोषित किया गया था और उन्हें देश का सबसे अमीर मलयाली व्यक्ति होने का खिताब भी मिला था।
कई पदों पर कर रहे थे काम
MG जॉर्ज मुथूट अपने परिवार की तीसरी पीढ़ी के सदस्य थे, जिन्होंने मुथूट ग्रुप के चेयरमैन का पद संभाला था। वह ऑर्थोडॉक्स चर्च के ट्रस्टी थे और फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (FICCI) की राष्ट्रीय कार्यकारी समिति के सदस्य भी थे। यही नहीं जॉर्ज मुथूट फिक्की केरल राज्य परिषद के अध्यक्ष भी थे। जॉर्ज मुथूट ने पिछले साल फोर्ब्स मैगजीन की अमीरों की लिस्ट में जगह बनाई थी।
MG जॉर्ज मुथूट मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट थे। परिवार के बिजनेस से वे ऑफिस असिस्टेंड के तौर पर कंपनी से जुड़े। 1979 में वे कंपनी के एमडी बने और 1993 के फरवरी महीने मे वे कंपनी के चेयरमैन बने।
दो भाइयों में बंट गया था ग्रुप
1980 में ही यह बिजनेस दो भाइयों में बंट गया। एक ग्रुप मुथूट पप्पाचन ग्रुप के नाम से बना तो दूसरा मुथूट फिनकॉर्प के नाम से बना। मुथूट ग्रुप के मुथूट फाइनेंस का लोन बुक 56 हजार करोड़ रुपए का दिसंबर 2020 में रहा है। जार्ज के समय में यह ग्रुप तेजी से बढ़ा और इसकी 31 ब्रांच की संख्या बढ़ कर 5,550 हो गई।